
टिकट की दावेदारी के बाद फ्रंट फुट पर वेदांती तिवारी…सर्वे में भी सबसे आगे..जनसंपर्क जोरो पर…की अनोखी घोषणा..वहीं अनिल व आशा ने भी झोंकी पूरी ताकत…
अनूप बड़ेरिया
छग में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी अब जोरों पर आ गई है। भाजपा के 21 प्रत्याशी की घोषणा के बाद कांग्रेस की पहली सूची 25 सितंबर तक आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। बात यदि बैकुंठपुर विधानसभा की जाए तो यहां के 52 दावेदारों में जिला पंचायत के उपाध्यक्ष तथा दो बार बैकुंठपुर से कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ चुके वेदांती तिवारी टिकट की दावेदारी करने के बाद अब फ्रंट फुट पर आगे जाकर मोर्चा संभाल चुके हैं। अब उनका जनसंपर्क चरम सीमा पर आ गया है लगातार ग्रामीण अंचलों में जाकर वह लोगों से रूबरू हो रहे हैं। यही वजह है कि हाल ही में दैनिक भास्कर के चुनावी सर्वे में उन्होंने वर्तमान विधायक अंबिका सिंहदेव को भी पीछे छोड़ दिया है।

वैसे तो जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी लगभग रोज ही जनता के बीच उपलब्ध रहते हैं, लोगों के सुख-दुख में हमेशा उन्हें पाया जाता है। हाल ही में जनसंपर्क के दौरान उन्होंने अनोखी घोषणा कर ग्रामीणों का दिल जीत लिया है दरअसल उन्होंने ग्रामीण अंचल के दौरे के दौरान 33 ग्राम पंचायतों में पूर्व सरपंच के नाम से चौक बनाने की घोषणा की है। इसके अलावा उन्होंने अनोखी पहल करते हुए जिला विकास निधि से ग्राम बंजारीडांड में मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक स्वर्गीय गुलाब सिंह की स्मृति में चौक का भूमि पूजन भी अपनी घोषणा के अनुरूप कर अंचल के कद्दावर आदिवासी नेता को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। जिसके लिए वेदांती तिवारी की सराहना चहुंओर हो रही है। जिस प्रकार वेदांती तिवारी लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं उसे साफ लग रहा है कि उन्होंने अन्य दावेदारों को काफी पीछे छोड़ दिया है। कांग्रेस ने उन्हें 2008 और 2013 में प्रत्याशी बनाया था। लेकिन दोनों ही बाहर काफी कम अंतर से वेदांती तिवारी चूक गए। 2018 में कांग्रेस ने वेदांती तिवारी की जगह अंबिका सिंह देव को अपना प्रत्याशी बनाया और उन्होंने जीत दर्ज की। लेकिन जिस प्रकार जन मानस और सर्वे में वेदांती तिवारी का नाम आगे चल रहा है। यदि कांग्रेस उन्हें टिकट देती है तो नि:संदेह एक बार फिर कांग्रेस की संभावना इस सीट पर बढ़ती नजर आ रही है।
दो दावेदार अनिल व आशा ने भी झोंकी ताकत-
कांग्रेस करने दावेदारों में पूर्व जनपद उपाध्यक्ष अनिल जायसवाल पिछले 2 वर्षों से लगातार अपनी दावेदारी को लेकर जनसंपर्क कर रहे हैं। लगभग दो बार उन्होंने पूरे विधानसभा का दौरा कर लोगों को भूपेश सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देकर उनकी परेशानियों को निराकरण भी किया है। जनता के बीच उन्हें अच्छा रिस्पांस भी मिल रहा है। पूरे विधानसभा क्षेत्र में अनिल जायसवाल के वॉल पेंटिंग के माध्यम से दावेदारी भी देखी जा सकती है।
वही बात यदि एक अन्य प्रत्याशी वर्तमान जनपद उपाध्यक्ष आशा महेश साहू कि, की जाए तो तो उन्होंने भी साहू समाज के जातिगत समीकरण के भरोसे सघन जनसंपर्क करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। देर शाम तक उन्हें जनसंपर्क करते हुए अपने समर्थकों के साथ देखा जा सकता है। ग्रामीणों को झोले, छाते बांटने के साथ ही वॉल पेंटिंग और ऑटो के माध्यम से प्रचार प्रसार आशा साहू का काफी समय से चल रहा है। वहीं कांग्रेस से पीसीसी सदस्य योगेश शुक्ला व अशोक जायसवाल भी टिकट की दावेदारी की दौड़ में बराबर बने हुए हैं।
