
कार्यों के प्रति रहे ईमानदार और काम के प्रति कोई अतिरिक्त परितोष की अपेक्षा नहीं …सेवाकाल के दौरान तो मिलता है सम्मान ….सेवा निवृत्त के बाद भी देखा जाता है सम्मान की नजरो से … ऐसे सेवा निवृत्त कृषि विकास अधिकारी शेख कालीमुल्लाह का किया सम्मान… है इन पर गर्व…..पढ़े पूरी खबर
बंगूरसिया मे सेवानिवृत्त कृषि विकास अधिकारी शेख कलीमुल्लाह को सम्मानित कर विदाई दी गई.
रायगढ़. अगर व्यक्ति अपने कार्यों के प्रति ईमानदार रहे और काम के प्रति कोई अतिरिक्त परितोष की अपेक्षा ना करें तो उसे सेवा काल में तो अच्छी नजर से देखा ही जाता है सेवानिवृत्ति बाद सम्मान कर विदाई दी जाती है. यह बानगी सेवा सहकारी समिति बंगुऱसिया में देखने को मिला जहां पर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पद पर 10 वर्षों तक सेवा देने वाले शेख कलीमुल्लाह जो वर्तमान में कृषि विकास अधिकारी पद पर सेवानिवृत्त हुए उनके सम्मान में सेवा सहकारी समिति बंगुरसिया एवं क्षेत्रीय कृषकों द्वारा विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.
इस कार्यक्रम में बंगुरसिया, जुनवानी, चकरधरपुर, नवागाँव, छिरवानी, धुमाबाहाल, देवबाहाल, नटवरपुर, कुम्हीबाहाल, झारगुड़ा, अड़बाहाल, संबलपुरी, रेगड़ा, बरलिया, दनौट, भेलवाटिकरा, लमीदरहा, आमापाल, सहित 18 गांव के कृषक शामिल हुए.
कार्यक्रम में सेवानिवृत कृषि विकास अधिकारी शेख कलीमुल्लाह को आशीर्वाद एवं बिदाई देने 94 वर्षीय बुजुर्ग आदरणीय श्री रघुनाथ सिंह ठाकुर जी पहुंचे तो वहीं कृषि स्थाई समिति जनपद पंचायत रायगढ़ के अध्यक्ष रामकुमार भगत, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष रामलाल पटेल, भूतपूर्व बीडीसी घुराऊ राम राठिया, नगर निगम रायगढ़ के पार्षद एवं जिला योजना समिति के सदस्य रमेश भगत, ब्लॉक युवक कांग्रेस के अध्यक्ष रवि यादव, प्रभारी महामंत्री कृषक कांग्रेस जिला रायगढ़ प्रदीप चौहान, जिला कांग्रेस कमेटी रायगढ़ के सदस्य हरीराम सारथी, ग्राम पंचायत नवागांव के सरपंच रामलाल राठिया, बंगूरसिया के सरपंच प्रतिनिधि अमित गुप्ता, भू. पू. उपसरपंच नरोत्तम गुप्ता, रेगड़ा पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि दुबे राम पटेल, कोटवार शौकी लाल सारथी संबलपुरी सरपंच प्रतिनिधि निराकार राठिया, भू. पू. सरपंच प्रतिनिधि बैरागी गुप्ता, अड़बहाल के भू. पू. उपसरपंच नृपराज पटेल, झारगुडा से महादेव पटेल, बरलिया पंचायत के उपसरपंच लवकुश साहू और भेलवाटिकरा के गोकुल डनसेना रहे. इनके अतिरिक्त सेवा सहकारी समिति बंगुरसिया के प्रबंधक कुंजबिहारी निषाद, कम्प्युटर आप्रेटर पंकज गुप्ता, भृत्य थबिरो प्रधान, किसान मितान उपेन्द्र गुप्ता, देवसिंह राठिया शामिल रहे. वक़्तओ ने अपने उद्बोधन में शेख कलीमुल्लाह की कार्यशाली की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे कृषकों के लिए सदैव उपलब्ध रहने वाले विरले अधिकारी हैं. किसी भी कृषक का काम वे तत्परता से किया करते थे तथा यदि उसमें कोई अड़चन आ जावे तो उसे भी निपटाने की भरपूर कोशिश किया करते थे. प्रत्येक कृषक योजनाओं से लाभवांवित हो,यह उनका प्रयास रहता हैं.उनके कार्यकाल मे क्षेत्र के कृषक जिला स्तर, विकासखंड स्तर पर पुरस्कार प्राप्त कर सम्मानित भी हुए. नोडल अधिकारी के रूप में भी उनका कार्यकाल यादगार रहा. कृषकों के धान जो चलने योग्य रहता था उसे वे कभी वापस नहीं किया करते थे बल्कि अवसर देकर साफ सफाई करवा कर धान की खरीद कर लिया करते थे. खाद बीज समिति में भण्डारित रहे इसके लिए वह हमेशा सजग रहा करते थे.
आज भागमभाग के दौर में, इतनी अधिक संख्या में कृषकों की उपस्थित बताती है कि कृषकों ने उनके कार्यकाल को पसंद किया. उद्बोधन पश्चात आमंत्रित अतिथियों, समिति के पदाधिकारीयों द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर शाल श्रीफल देकर सेवानिवृत कृषि विकास अधिकारी को सम्मानित किया गया. सेवानिवृत्त कृषि विकास अधिकारी शेख कलीमुल्लाह ने अपने उद्बोधन में कहा कि ताली दोनों हाथों से बजती है आप लोगों ने मुझे भरपूर सहयोग दिया तभी मै अपने दायित्व को पूरा कर सका.आप लोगो के सहयोग के कारण मुझे 2011-12 मे जिलास्तरीय सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी का सम्मान प्राप्त हुआ.और तत्कालीन कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू द्वारा प्रशस्ति पत्र ₹10000 नगद पुरस्कार दे कर रायपुर मे सम्मानित किया गया .
आप लोगों के सहयोग एवं आशीर्वाद से मैंने अपना कार्यकाल बेदाग पूरा किया यह मेरे लिए संतोष की बात है. सेवा निवृत्ति पश्चात सम्मान सबको नहीं प्राप्त होता. यह मेरा सौभाग्य है कि आपने मेरे कार्यों को पसंद किया और मुझे सम्मानित किया इसके लिए मैं आप सबको धन्यवाद देता हूं . मैं आप सबको आश्वास्त करता हूं कि भविष्य में आप जो सहयोग चाहेंगे मै आपको सहयोग करूंगा .
विदाई समारोह के मुख्य अतिथि एवं अतिथियों द्वारा कार्यक्रम के केंद्र बिंदु रहे कुबेर डनसेना को सफल आयोजन के लिए साधुवाद दिया.आये हुए अतिथियों एवं कृषको का आभार प्रदर्शन सेवा सहकारी समिति बंगूरसिया के अध्यक्ष कुबेर डनसेना ने किया. कार्यक्रम का सफल संचालन जगमोहन गुप्ता द्वारा किया गया.