
रायगढ़ से किसका होगा जोर … प्रकाश, ओपी, शंकर, गोपाल, गोपिका… बिछ चुकी है सियासी बिसात शह और मात के खेल में …हर प्रत्याशी मान रहा जीत होगी उसकी …. दिग्गज चेहरों के बीच इनकी बिसात पर सियासी बाजार गर्म
शमशाद अहमद
रायगढ़। रायगढ़ विधान सभा का सियासी उबाल जोरों पर है। सभी प्रत्याशी अपनी अपनी सरकार का गुणगान कर जनता को अपने अपने पक्ष में करने लगातार जोड़ तोड़ में लगे हुए है। प्रत्याशियों में प्रकाश नायक, ओपी चौधरी, शंकर लाल अग्रवाल, गोपाल बापोडिया, गोपिका गुप्ता मैदान में उतर चुकी हैं। दिग्गज चेहरों के बीच गोपाल बापोडिया, गोपिका गुप्ता और शंकर अग्रवाल पर सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म हो चला है।
रायगढ़ विधान सभा क्षेत्र में चुनावी समीकरण पिछले कुछ चुनावों से अक्सर त्रिकोणीय मुकाबले का रहा है । इस बार भी कांग्रेस भाजपा के अलावा दो बागी उम्मीदवारों गोपिका गुप्ता और शंकर लाल अग्रवाल दो मुख्य प्रतिद्वंदी हैं जो कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी दोनो के लिए खतरे की घंटी बनते जा रहे हैं। गोपिका गुप्ता के नाम वापसी के भी अटकलें लगाई जा रही है किंतु ऐसा होता प्रतीत नहीं हो रहा है। शंकरलाल अग्रवाल चुनाव लड़ने को लेकर अडिग हैं। दोनों निर्दलीय उम्मीदवार कांग्रेस और भाजपा का जोरदार तरीके से वोट काटने का काम करेंगे। पारंपरिक वोटों की बात करें तो सिर्फ दो तरह के ही पारंपरिक मत हुआ करते हैं कांग्रेस और भाजपा अब तक प्रदेश में तीसरे विकल्प की मौजूदगी मायने नहीं रखती है। निर्दलीय प्रत्याशी पार्टी के छाप वाले दो मुख्य उम्मीदवार है भाजपा से ओपी चौधरी और कांग्रेस से प्रकाश नायक हैं।
मौजूदा समय दौर में प्रत्याशी अब हाड़ तोड़ मेहनत करना शुरू कर दिया है। भाजपा प्रत्याशी के लिए देखा जाए तो वर्तमान में पूरी भाजपा की टीम लगी हुई है भाजपा का फोकस सिर्फ रायगढ़ ही नहीं है अपितु रायगढ़ के साथ सारंगढ़ पर फोकस ज्यादा दिखाई दे रहा है। रायगढ़ विधान सभा के दिग्गज नेता रायगढ़ और सारंगढ़ विधान दोनों में काम कर रहा है इसलिए रायगढ़ विधान सभा प्रत्याशी ओपी चौधरी के लिए दिग्गज भाजपा नेता विजय अग्रवाल, गुरुपाल भल्ला जैसे दिग्गज चेहरे रणनीति बनाने में लगे हुए हैं।
अब अगर बात करें कांग्रेस प्रत्याशी की तो प्रकाश नायक की क्षेत्र में बेहतर स्थिति बनी हुई है पूरी कांग्रेस की टीम प्रकाश नायक के लिए लगी हुई है। ग्रामीण इलाकों के कुछ क्षेत्र में जहां कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर जरा उहापोह की स्थिति बनी हुई है ऐसे स्थानों पर प्रकाश नायक की पत्नी सुषमा नायक और कैलाश मुन्ना नायक पूरी ताकत लगा रहे हैं। युवा कांग्रेस और एनएसयूआई की पूरी टीम भी निचले स्तर से लगी हुई है। युवा कांग्रेस की टीम मजबूती के साथ जुटी हुई है इनकी कांग्रेस प्रत्याशी को जीता लाने में अहम योगदान होगा।
बात गोपिका गुप्ता और शंकरलाल अग्रवाल की बात करें तो इनकी गणित कहां तक काम आयेगी यह कहना जरा मुश्किल है। क्योंकि कांग्रेस का प्रत्याशी भी अपनी जगह मजबूत स्थिति में है और भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी भी पार्टी के हिसाब से मजबूत स्थिति में है। शंकरलाल अग्रवाल ने अपनी पूरी ताकत के साथ बाजार में उतर रहे हैं, बल्कि उतर चुके है अब इस चुनावी बाजार में उनके लिए कितने लोग खरीददारी करने उतरते हैं यह वक्त ही बताएगा। भाजपा से बागी होकर निर्दलीय उम्मीदवार गोपिका गुप्ता ने जिला पंचायत का चुनाव भी निर्दलीय होकर जीत हासिल किया था क्षेत्र में लगातार ये भी सक्रिय रहती है इनका सीधा मुकाबला ओपी चौधरी से उनकी लड़ाई भाजपा से नहीं बल्कि भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी है और वे ओपी चौधरी को किसी भी कीमत पर जीत का ताज पहनते हुए नहीं देखना चाहती हैं और उनकी यही आगे की भी रणनीति होगी।
अब बात आम आदमी पार्टी प्रत्याशी गोपाल बापोडिया की बात न किया जाए तो बेमानी होगी गोपाल बापोडिया आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता को रायगढ़ में भुनाने की जुगत में लगे हुए हैं। पुरे विधान सभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी प्रत्याशी के प्रचार प्रसार को तेज तो कर दिया गया है लेकिन गोपाल बापोडिया कितना भुना पाएंगे यह आने वाले में वक्त में पता चलेगा । गोपाल बापोडिया आम आदमी पार्टी प्रत्याशी वर्तमान में पूरे शबाब पर हैं। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी क्या दिग्गज चेहरों के आगे कितना टिक पाएंगे इस पर भी राजनीतिक गलियारों में शुरू हो गई।
रायगढ़ विधान सभा का सियासी समीकरण आमने सामने का होगा या बहुकोणीय यह एक दो दिनों में यह भी सपष्ट हो पाएगा।