
लैलूंगा विधान सभा में विद्यावती की बढ़ती लोकप्रियता सुनीति सत्यानंद के माथे पर चिंता ….. कांग्रेस के घोषणा पत्र और विद्यावती की सक्रियता से भाजपा प्रत्याशी चिंतित … प्रतिष्ठा लगी दांव पर
शमशाद अहमद
रायगढ़ । लैलूंगा विधान सभा में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है शुरूवाती दौरा में सुनीति राठिया बेहद दमखम के साथ मैदान में उतरी जरूर लेकिन विद्यावती की बढ़ती लोकप्रियता के आगे उनका सारा उत्साह ठंडा पड़ता दिखाई देने लगा। दरअसल लैलूंगा विधान सभा क्षेत्र से सत्यानंद और सुनीति दोनों को क्षेत्र की आजमा चुकी है और उनकी लोकप्रियता जनता के बीच वह नहीं रह पाया है।
लैलूंगा विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विद्यावती का क्षेत्र में लगातार बढ़त बनाते हुए आम जनता के बीच पहुंच रही है और उनकी लोकप्रियता में लगातार इजाफा हो रहा है। लैलूंगा विधान सभा के पूर्व विधायक चक्रधर सिंह की जगह कांग्रेस ने विद्यावती को प्रत्याशी बनाया लेकिन आरंभ में उन्हें लेकर तरह तरह के अफवाहों का दौर भी चला भाजपा प्रत्याशी और क्षेत्र के धाकड़ भाजपा नेता सत्यानंद और सुनीति राठिया दोनों पूरी दम खम के साथ मैदान में उतरे धीरे धीरे लोगों में उनके प्रति रुझान कम होता चला गया। चूंकि भाजपा प्रत्याशी सुनीति राठिया पूर्व में यहां से विधायक रह चुकी हैं। लैलूंगा विधान सभा का तमनार ब्लॉक बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है और सुनीति सत्यानंद दंपत्ति का क्षेत्र में अब वह दम दिखाई नहीं दे रहा है दरअसल यह क्षेत्र कोल ब्लॉक प्रभावित क्षेत्र है और क्षेत्र के लोगों की कई बेहद गंभीर समस्याएं है जिससे वे संघर्ष कर रहे हैं किंतु सुनीति सत्यानंद राठिया दंपत्ति के द्वारा प्रभावित ग्रामीणों की समस्या पर कभी सुध नहीं लिया बल्कि हमेशा अपनी राजनीति रोटी ही सेंकी जिसका खामियाजा अब उन्हें देखना पड़ रहा है।
कांग्रेस प्रत्याशी विद्यावती लगातार क्षेत्र में सघन जन संपर्क कर लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने से सफल होती दिखाई दे रही हैं और कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर गांव गांव गली गली पहुंचकर भूपेश सरकार की उपलब्धियों और घोषणा पत्र के माध्यम से जन सामान्य से मेल मुलाकात कर माहौल को अपने पक्ष में करने में कहीं न कहीं सफल होती भी दिखाई दे रही हैं। विद्यावती की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए सुनीति सत्यानंद दंपत्ति के माथे पर शिकन पड़ने लगा है।
कई जगहों पर क्षेत्र के लोग खुलकर सुनीति सत्यानंद राठिया के विरोध में भी दिखाई दे रहे है उनके कार्यकाल में क्षेत्र विकास शून्य रहने और महज खानापूर्ति वाला जनप्रतिनिधि बता रहे हैं कोल ब्लॉक बाहुल्य में भी सुनीति राठिया की लोकप्रियता अब कहीं गुम सी हो गई है लैलूंगा क्षेत्र में भी भाजपा की जगह अब कांग्रेस प्रत्याशी विद्यावती की लोकप्रियता कहीं अधिक दिखाई दे रही है। जनता के बीच विद्यावती लगातार पहुंचकर अपनी पैठ बनाने में कामयाब होती दिख रहीं है और जिस तरह से जनता का उन्हे अपर जन समर्थन मिल रहा है सुनीति सत्यानंद दंपत्ति के लिए मुश्किलें बढ़ाने वाली हैं। क्षेत्र से सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार क्षेत्र में उन्हें ही प्रत्याशी बनाए जाने का भी विरोध सामने आ रहा है। जबकि पूर्व में सुनीति राठिया को हार का सामना भी उनकी कार्यप्रणाली की वजह से हुई थी और पुनः उन्हे प्रत्याशी बनाए जाने से पार्टी के अंदर ही एक धड़ा विरोध में है और वह पूरी तरह से साइलेंट मोड में चला गया इससे सुनीति की मुश्किलें और बढ़ गई है।
दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी को मिल रहे आपार जनसमर्थन से उनके हौसले भी बुलंद है और कांग्रेस प्रत्याशी विद्यावती के पति कुंजबिहारी और उनकी पूरी टीम ने मोर्चा संभाल रखा है।