
निर्दलीय प्रत्याशी गोपिका ने किया खुलासा क्यों लिया निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला …. पार्टी ने कभी नहीं दिया तवज्जो …. ओपी ने कहा था मैं चुनाव नहीं लडूंगा … खीझ इस बात है कि पहले ही कह दिए होते हम उनके साथ होते …. पढ़े पूरी खबर निर्दलीय उम्मीदवार गोपिका का क्षेत्र वासियों से क्या है कहना
रायगढ़। इन दिनों भाजपा से बागी होकर निर्दलीय उम्मीदवार गोपिका गुप्ता के खूब चर्चे हो रहे हैं। इसी क्रम में आज गोपिका गुप्ता ने प्रेसवार्ता कर चुनाव लड़ने के अपने विजन का खुलासा किया। उन्होंने कहा की खीझ इस बात का है कि ओपी चौधरी पहले यदि बोल दिए होते की मैं चुनाव लडूंगा पहले हमेशा कहते रहे की मैं चुनाव नहीं लडूंगा। क्षेत्र की जनता मेरे काम को देखते हुए मुझे विधायक के तौर पर देखना चाहती थी और ओपी के मना करने पर मैं रायगढ़ विधान सभा क्षेत्र का लगातार दौरा कर अपने पक्ष में जनमत बढ़ाने की मंशा से दौरा करना शुरु कर दिया था और लोगों का समर्थन भी मिल रहा था मैं अपने विजन को लेकर लगातार क्षेत्र की जनता के बीच पहुंच रही थी प्रत्याशियों की दौड़ में मेरा नाम भी चल रहा था पार्टी के शीर्ष नेता मेरा परफॉर्मेंस भी अच्छा मान रहे थे । पर ऐन मौके पर ओपी चौधरी की दावेदारी ने सबको चौंका दिया इससे मेरे मान सम्मान को काफी ठेस पहुंचा बाकी भाजपा के नेताओ का मुझे नहीं मालूम लेकिन मुझे बड़ा आघात लगा भाजपा ने कभी मुझे तवज्जो नहीं दिया जबकि मैं पहली बार जिला पंचायत का चुनाव कांग्रेस के दिग्गज प्रत्याशी से महज एक वोट से जीती और वर्तमान में भी मैं जिला पंचायत सदस्य हूं और पार्टी द्वारा प्रत्याशी नहीं बनाए जाने पर मैंने क्षेत्र की जनता की मांग पर निर्दलीय चुनाव लडा और साढ़े तीन हजार वोटों से जीत हासिल किया। मैंने क्षेत्र में काम किया इसलिए जनता मुझे विधायक के तौर पर देखना चाहती है। मेरा विजन रायगढ़ को विश्व के मानचित्र पर लाना है। रायगढ़ पर्यटन स्थल की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यदि रायगढ़ एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होता है तो पूरे जिले में विकास की अपार संभावनाएं होंगी। शिक्षा स्वास्थ्य के साथ खराब सड़कों पर विशेष काम करने की जरूरत होगी । निर्दलीय प्रत्याशी गोपिका गुप्ता का कहना है कि रायगढ़ को पर्यटन स्थल के रूप में बनाते हैं तो पर्यावरण प्रदूषण पर अपने आप काम होगा ताकि पर्यटक आकर्षित हो सके।
गोपिका गुप्ता के द्वारा एक सवाल का जवाब देते हुए कहा की अगर ओपी चौधरी पहले से चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर कर देते तो मैं चुनाव लड़ने की सोचती ही नहीं, पार्टी प्रत्याशी के साथ मिलकर काम करती किंतु भाजपा ने हमेशा मेरी उपेक्षा की कभी पार्टी के किसी पद पर कोई स्थान नहीं दिया और जब दावेदारी की तो भी मेरा साथ नहीं दिया गया और ओपी चौधरी को पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया। हालाकि बाद में कई बड़े नेताओं का फोन जरूर आया था। एक सवाल के जवाब में बड़े भाजपा नेताओं और पैसे मिलने की बात का भी खंडन किया।
समाज विशेष की बात को लेकर उनका कहना है कि उनको सिर्फ उनके समाज से नहीं बल्कि सर्व समाज से उम्मीद है की एक नारी शक्ति का सम्मान जरूर करेगी उनके पक्ष में मतदान जरूर करेगी। उनका कहना है की जब कोई गलती करता है तो उसकी सजा उन्हे जरूर मिलती है और जनता उसकी सजा जरूर देती है। पार्टी ने एक नारी का सम्मान नहीं किया लेकिन उन्हें उम्मीद है की जनता एक नारी का सम्मान जरूर करेगी और सिलाई मशीन छाप में मतदान करेगी।
पूरे कांफ्रेंस की खास बात ये रही कि निर्दलीय प्रत्याशी गोपिका गुप्ता ने पत्रकारों के हर सवालों का जवाब बेहद ही बेबाक तरीके से एक सुलझे हुए जनप्रतिनिधि के तौर पर दिया उनके किसी भी बात में कोई बनावटी नजर नहीं आई।