
क्या विधानसभा चुनाव में गोपिका गुप्ता को भाजपा वोटर का भी मिल सकता है समर्थन …. भाजपा से बागी निर्दलीय प्रत्याशी ने लगाया बड़ा आरोप कहा ओ पी चौधरी भले ही भाजपा के लिए बड़ा चेहरा ….पर उन्होंने उनका हक छीना है जिनका रायगढ़ की सीट पर पहला हक था ..
रायगढ़ । निर्दलीय प्रत्याशी गोपिका गुप्ता यू तो भाजपा से बगावत कर अपना अलग रास्ता बनाकर चुनावी मैदान में उतरी है, मगर उनके वोटर और वोट बैंक के कई ऐसे वोटर भी रहे हैं,जो गोपिका के साथ-साथ भाजपा का चिन्ह देखकर वोट देते थे, इसमें कोई दो राय नहीं है, कि भाजपा ने गोपिका गुप्ता को 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है, इस निष्कासन का कागजी रूप हम एक तरह से सान्तवना पत्र भाजपा प्रत्याशी के लिए देख सकते हैं।
गोपिका गुप्ता अपने हक के साथ-साथ रायगढ़ के विकास के लिए यह जंग लड़ रही है । उनका मानना है कि ओपी चौधरी भले ही बड़ा चेहरा भाजपा के लिए क्यों ना हो मगर वह रायगढ़ विधानसभा से चुनाव लड़कर पार्टी के उन कार्यकर्ताओं का हक छीन रहे है जिनका हक इस सीट पर पहले था। इन्ही वजहों से उन्हें चुनावी मैदान में उतरना पड़ा है, बीस साल से राजनीतिक क्षेत्र में सक्रियता के साथ कार्य करते हुए और निर्दलीय चुनाव लड़कर जिला पंचायत में जीत हासिल करने वाली गोपिका ने भाजपा से जुड़ने का फैसला पार्टी और स्वयं के समान विचारधारा की वजह से लिया था । भाजपा से गोपिका गुप्ता की दरअसल कोई लड़ाई ही नहीं है , यह लड़ाई तो भाजपा के केवल प्रत्याशी से है।
गोपिका गुप्ता को यदि मौका मिलता है तो वह विधानसभा जीत कर पुनः भाजपा में जा सकती हैं ।उन्होंने यह भी मनसा जाहिर की है, उनकी बातों से यह साफ है कि उनको भाजपा से कोई बैर नहीं है, ना ही भाजपा उन्हें खुद से अलग करना चाहती है। क्योंकि जिस क्षेत्र से वह निर्वाचित होकर जिला पंचायत सदस्य बनी है, उसे क्षेत्र को रायगढ़ विधानसभा का एक अहम अंग माना जाता है। इसलिए भाजपा भी कभी इस सीट से इतने मजबूत प्रत्याशी को अपने हाथ से जाने नहीं देगा ,अब यह चुनावी रंग किस करवट बैठेगा यह देखने वाली बात है।