
यहां लाठी चार्ज के विरोध में हुआ सम्मलेन ….. अंधाधुंध विकास के नाम पर प्राकृतिक संसाधनों की लूट …. पर्यावरण प्रदूषण खराब होती आबोहवा …. कोयला परिवहन की होड़ खराब सड़क और होने वाली सड़क दुर्घटनाएं ….प्रभावित क्षेत्र में महिलाओं और बच्चों पर प्रभाव … पढ़े पूरी खबर
शमशाद अहमद/-
रायगढ़।
आज 05/01/2024 को रायगढ़ के तहसील तमनार के ग्राम पंचायत गारे में 05/01/2008 को खमरिया जनसुनवाई में हुए लाठीचार्ज के विरोध में उस लाठी चार्ज में मिले घाव की याद में कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है इस वर्ष भी मानव अधिकार आयोग कोयला सत्याग्रह तमनार जनचेतना रायगढ़ के सहयोग से सम्मेलन किया गया।

कार्यक्रम में सबसे पहले पर्यावरणविद श्रीधर को श्रद्धांजली अर्पित कर क्षेत्र में उनके अवदानों को याद कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। पांचवी अनुसूची क्षेत्र होने के बावजूद अंधाधुंध अनियंत्रित विकास से जंगलों का विनाश और इससे होने वाली समस्या जो एक ग्लोबल समस्या के रूप में मुंह बाए खड़ी है इस वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे। 5 जनवरी 2008 के बाद हुए बदलाओं और विनाश की ओर बढ़ते कदम से होने वाली समस्या पर जिम्मेदारों का ध्यान आकृष्ट कराने इसी तरह के क्षेत्र में काम करने वाले समाजिक कार्यकर्ताओं का जमावड़ा हुआ।
लाठी चार्ज के विरोध बरसी के मौके पर पहुंचे अतिथि वक्ता मिथिलेश डांगी द्वारा प्राकृतिक संसाधन की लूट को लेकर बात रखी गई। खनिज संपदा के नाम पर किस तरह से प्राकृतिक संसाधनों का दोहन किया जा रहा है इस पर पूरी बात रखी। कोयला बाहुल्य क्षेत्र तमनार में खनिज संपदा के नाम पर प्राकृतिक संसधानो वनों और वनों के साथ वन्य जीव जंतुओं का विनाश होता चला जा रहा है। कोयला के लिए जल जंगल जमीन का तेजी से विनाश हुआ।
हरिहर पटेल द्वारा तमनार क्षेत्र हो रहे कोयला खनन से हो रही समस्या और हो रहे पर्यावरण के नुकसान को लेकर बात रखी गई। इसके बाद राजेश त्रिपाठी जनचेतना रायगढ़ द्वारा खनन से हो रहे पर्यावरण को नुक्सान एंव पांचवीं अनुसूची क्षेत्र घोषित होने के बाद भी ग्राम सभा की हो रही अनदेखी और वन अधिकार कानूनों के उल्लंघन से जगलों के आकर सिमटने से पर्यावरण पर भारी क्षति हो रही है क्षेत्र की आबोहवा जहरीली हो गई है और इससे पड़ रहे स्वास्थ पर विपरित प्रभाव और खराब सड़कों और कोयला परिवहन की होड़ में बढ़ रहे सड़क दुर्घटनाओं में हो रही मौत के मुद्दे पर बात रखी गई।
सविता रथ जनचेतना रायगढ़ द्वारा खदान प्रभावित क्षेत्र में पर्यावरण के प्रदूषित होने से क्षेत्र में महिलाओं और बच्चों पर पड़ रहे प्रभाव पर अपनी बात रखी। इस क्षेत्र की महिलाओं और बच्चों में प्रदूषण की वजह से शारीरिक रूप से अस्वस्थता के प्रभाव पर पुरजोर तरीके से अपनी बात रखी।
आज के सम्मेलन में मिथिलेश डागी झारखंड, हरिहर पटेल, सरास्वती पटनायक, राजेश त्रिपाठी जन चेतना रायगढ़, सविता रथ, बंशी पटेल पेलमा, शिव पटेल, राजेश गुप्ता, पदनाभ प्रधान, अमृत भगत, श्याम राठिया, रामेश्वर समर्थ, अनिल अग्रवाल, बाबूलाल राठिया, दयानंद पटनायक, कृष्णा साव एंव 10 गांव के ग्रामीण महिलाएं पुरूष शामिल हुए। आज के मंच संचालन उमा बोहिदार ने किया।