अब न छिनेगा आशियाना… न होगा किसी का पलायन…कॉलरी के रिटायर्ड कर्मियों को मकान व ग्रेज्युटी का मिलेगा लाभ…विधायक विनय की पहल से कोयला कामगारों के चेहरों पर आई मुस्कान… निकाले गए कर्मचारियों को भी मिलेगा पीएफ और ग्रेज्युटी की राशि…जनता से किया वादा निभाया…
अनूप बड़ेरिया
कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ विनय जायसवाल ने चुनाव के दौरान क्षेत्र की जनता से चिरमिरी के अस्तित्व को बचाने के लिए पलायन रोकने का जो वादा किया था आज उसे निभा दिया है।
दरअसल गत दिवस मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ.जायसवाल ने बिलासपुर एसईसीएल हेड क्वार्टर में सीएमडी एवं डीपी से मुलाकात कर कई मुद्दों पर बात की थी। उसी के फलस्वरूप आज उन्हें व कोयलांचल के कामगारों को बड़ी सफलता हाथ लगी हैं।
उल्लेखनीय है कि एसईसीएल के सीएमडी से चर्चा के दौरान विधायक ने प्रमुख रूप से कोयलांचल क्ष्रेत्र में कार्यरत कामगारों को रिटायरमेंट के पश्चात ग्रेज्युटी फंड उनके मकान खाली ना करने तक रोका जाता था जिससे लोगों को मजबूरी में शहर छोड़ कर जाना पड़ रहा था। इस पर पहल करने का आग्रह किया था।
जिस पर आज एसईसीएल द्वारा आदेश कर दिया गया है कि रिटायरमेंट पश्चात् किसी भी व्यक्ति का ग्रेज्युटी का पैसा मकान के कारण नहीं रोका जाएगा। जिससे कि चिरमिरी और आसपास के कोयलांचल में कार्यरत कोयला श्रमिक रिटायरमेंट के पश्चात भी शहर में रह सकेंगे, जिससे इलाके के व्यापार और बसाहट मेंं कोई कमी नही आएगी। इतना ही नही किसी कारणवश जिन 32 कामगारों को पद से मुक्त किया गया है उन्हें भी पीएफ और ग्रेज्युटी का भुगतान किया जाएगा।
बता दे विधायक डॉ विनय जायसवाल ने शुरू से ही कोयला कामगारों के लिए एक अलग विजन और दिशा में काम किया हैं जिससे की मनेंद्रगढ़ विधानसभा के साथ चिरमिरी के लोगों को एक भरोसा और विश्वास की किरण दिखाई दे रही है कि आने वाले समय में इस प्रकार की अन्य कई उपलब्धियां क्षेत्र हित में शहर और विधानसभा में देखने की मिल सकेंगी।
इस दौरान विधायक डॉ विनय जायसवाल ने बताया कि एसईसीएल से रिटायर होने पश्चात कामगार उन मकानों के न्यूनतम राशि जमा कर उसे खरीद सके व जीवन भर जब तक वह स्वयं चाहे रह सके इसकी व्यवस्था पर काम कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि लगातार कोयलांचल की जनसंख्या कम हो रही हैं जो चिंता का विषय हैं इसे रोकना मेरी पहली प्राथमिकता हैं। आज के नए आदेश के बाद मुझे जरूर बल मिला है और विश्वास हैं कि यहाँ की खदानों में कार्यरत कामगारों के भविष्य को मैं बेहतर कर सकूंगा।