
अस्पताल पहुंचने के पहले ही सुरक्षित डिलेवरी…रात 12 बजे..संजीवनी 108 का फिर कमाल…
108 की सेवा ना सिर्फ घायलों और बीमार मरीजों के लिए बल्कि गर्भवती महिलाओं के लिए भी अत्यंत मददगार साबित हो रही है। संजीवनीकर्मी बीमार व घायल व्यक्तियों को उपचार कर हॉस्पिटल पहुंचाने के साथ ही गर्भवती महिलाओं को हॉस्पिटल पहुँचाने में सेवा और समर्पण के साथ जुटे हुए हैं।
ऐसा ही एक मामला शुक्रवार की मध्यरात्रि 12 बजे देखने को मिला । जहां 108 स्टॉफ ने अपनी सूझबूझ से अम्बिकापुर रिफर महिला का एम्बुलेंस में सुरक्षित प्रसव कराया।
मिली जानकारी के अनुसार शिवपुर चर्चा निवासी गर्भवती महिला कविता उम्र 22वर्ष , पति हरिकुमार को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने जिला अस्पताल बैकुंठपुर में एडमिट कराया था। किंतु स्थिति गंभीर होने पर उन्हें डॉक्टरों द्वारा मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रिफर किया गया और इसकी सूचना 108 को दी गई। सूचना मिलते ही 108 के पायलट सूरज कुमार और ईएमटी रामु कुशवाहा हॉस्पिटल पहुँचे और कविता को एम्बुलेंस में शिफ्ट कराकर अम्बिकापुर के लिए रवाना हुए। रास्ते में अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज पहुँचने से 5 किलोमीटर पहले गर्भवती महिला को तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। पायलट सूरज कुमार ने सड़क किनारे एम्बुलेंस को सुरक्षित खड़ा किया। ईएमटी रामु कुशवाहा ने अपने सूझबूझ का परिचय देते हुए सर्वप्रथम ईआरसीपी के माध्यम से डॉक्टर से सलाह ली और परिजनों के सहमति उपरांत मितानिन की मदद से प्रसव प्रक्रिया प्रारंभ की। गर्भवती महिला को सांस लेने में तकलीफ होने और बीपी हाई होने पर प्रसव कराने की चुनौती दोगुनी हो गई थी। गर्भवती महिला ने स्वस्थ बेटी को जन्म दिया। सुरक्षित प्रसव पश्चात सभी ने राहत की सांस ली। परिजनों के सुरक्षित प्रसव कराने के लिए 108 टीम को धन्यवाद दिया। इसके पश्चात माँ और बेटी को मेडिकल कालेज अम्बिकापुर में एडमिट कराया गया।