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लव जिहाद के मामले में मुस्लिम समाज पर सामाजिक मिशन वाले बयान पर मुस्लिम समाज में आक्रोश ….. इस अधिवक्ता के बयान पर संज्ञान लेकर जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग… सार्वजनिक रूप से पूरे मुस्लिम समाज को किया किया कटघरे में खड़ा …जिला पुलिस प्रशासन सहित बार एसोसिएशन को भी लेना चाहिए संज्ञान …

 

रायगढ़। शहर में एक मुस्लिम युवक द्वारा प्रेम विवाह करने विवाह अधिकारी के समक्ष लगाए आवेदन पर हिंदू जागरण मंच की ओर से अधिवक्ता सुनील शर्मा के द्वारा आपत्ति जनक टिप्पणी किया गया था जिसे लव जिहाद का नारा देते हुए इसे मुस्लिम का सामाजिक मिशन करार दिया गया जिसे मीडिया में भी प्रचारित किया गया। इस बयान को लेकर मुस्लिम समाज के द्वारा आपत्ति जताते हुए कलेक्टर और एसपी के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर संज्ञान ले कर कार्रवाई की मांग की गई है।

मुस्लिम समाज द्वारा आवेदन में कहा है कि 27 मई को लव जिहाद की खबर चली जिसमे हिंदू जागरण मंच के हवाले कहा गया कि एक मुस्लिम युवक ने अपने सामाजिक मिशन के तहत एक हिंदू का धर्मांतरण के लिए सडयंत्र रचा है। आवेदन में कहा गया है कि मीडिया में मुस्लिम युवक और दूसरी जाति की युवती से विवाह को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए अधिवक्ता सुनील शर्मा ने कहा कि मुस्लिम का एकमात्र उद्देश्य धर्मांतरण कराना और अपनी संख्या बढ़ाना है । अधिवक्ता के इस बयान पर मुस्लिम समाज आपत्ति जताया है। आवेदन में यह भी कहा गया है कि समाचारों में अधिवक्ता सुनील शर्मा के द्वारा विशेष विवाह अधिकारी पर अनर्गल आरोप लगाए हैं अधिवक्ता के बयान पर विशेष विवाह अधिकारी की छवि भी आमजन में धूमिल हो रही है। मुस्लिम समाज द्वार आवेदन में कहा गया है कि विवाह अधिकारी पर अधिवक्ता के बयान जिला प्रशासन के स्वतः संज्ञान योग्य है।


मुस्लिम समाज का कहना है कि विवाह एक निजी मामला है देश का कानून प्रत्येक बालिग युवक युवती को अपनी पसंद का जीवन संगिनी चुनने का अधिकार देता है। मुस्लिम समाज इस अधिकार का सम्मान करता है और इसका पालन भी सुनिश्चित करता है मुस्लिम समाज की अनेक लड़कियां शहर में हिंदू युवकों से शादी किया है लेकिन कभी भी मुस्लिम समाज ने इसका विरोध नहीं किया है और न ही कभी कोई आरोप प्रत्यारोप किया है। तथाकथित लव जेहाद मामले में पूरे मुस्लिम समाज का उल्लेख करने को बेहद आपत्ति जनक बताया है। संविधान का कानून किसी भी समाज समुदाय पर प्रतिकूल टिप्पणी करने की इजाजत नहीं देता है। अधिवक्ता सुनील शर्मा की टिप्पणी शहर की साझी संस्कृति साझी विरासत और गंगा जमुना की तहजीब तथा सामाजिक सौहार्द के प्रतिकूल है।


मुस्लिम समाज द्वारा 27 मई के बयान को लव जेहाद मामले में समाज विशेष पर अशोभनीय अमर्यादित बयान पर संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की गई है। साथ समाज द्वारा जिला बार एसोसिएशन, स्टेट बार काउंसिल, बार काउंसिल ऑफ इंडिया सहित शासन स्तर पर संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की गई है।
मुस्लिम समाज का कहना है कि इस तरह के खुले तौर पर दिया गया बयान आपसी सौहार्द में जहर घोलने वाला है इस पर गंभीर विमर्श आवश्यक है।

 

 

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