
बारिश भी नहीं कर पा रही कर्मचारियों का हौसला पस्त, सातवें दिन भी जारी रहा फेडरेशन रायगढ़ का आंदोलन व संघर्ष
*रायगढ़:- 22 अगस्त से शुरू हुआ कर्मचारियों अधिकारियों का सबसे बड़ा आंदोलन आज रविवरिय अवकाश व अनवरत बारिश के बीच सातवें दिन भी जारी रहा। विदित हो कि, छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे कर्मचारियों अधिकारियों ने 28 अगस्त रविवार को बड़ी संख्या में पंडाल में उपस्थित रहकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोल जारी रखा और जता दिया कि, कर्मचारियों का संघर्ष और हौसला कोई भी विपरीत परिस्थिति पस्त नहीं कर सकती। रुक-रुक कर होती बारिश के बीच कर्मचारी अधिकारियों ने सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।विदित हो कि,केंद्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता व सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता को लेकर फेडरेशन रायगढ़ का आंदोलन अपने पूरे शबाब पर है जिसमें जिले के सभी मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त संगठन के कर्मचारी अधिकारी आंदोलनरत हैं।
फेडरेशन रायगढ़ के संयोजक शेख कलीमुल्लाह सचिव अनिल यादव के हवाले से फेडरेशन के प्रवक्ता आशीष रंगारी ने बताया कि, प्रांतीय निर्देश के अनुसार बीते कल 27 अगस्त को कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन रायगढ़ ने मिनी स्टेडियम से प्रातः 11 बजे बाइक रैली निकाल कर रायगढ़ के माननीय विधायक श्री प्रकाश नायक जी को अपनी दो सूत्रीय मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा और उनसे समर्थन मांगा। फेडरेशन रायगढ़ ने माननीय विधायक रायगढ़ श्री प्रकाश नायक को अपने ज्ञापन पत्र के द्वारा अवगत कराते हुए निवेदन किया कि,”प्रदेश के साढे चार लाख कर्मचारी अधिकारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों के अनुरूप समस्त दायित्वों का निर्वहन करते हैं। एवं सरकार की नीतियों एवं योजनाओं को अमलीजामा पहनाने एवं जमीन पर उतारने का दायित्व सरकारी कर्मचारियों का होता है जिसे सभी कर्मचारियों ने पूरी निष्ठा लगन और मेहनत से किया है। फलतः छत्तीसगढ़ सरकार की कई योजनाओं के क्रियान्वयन को केंद्र एवं नीति आयोग द्वारा न केवल सराहा गया है अपितु पुरस्कृत किया गया है। यही कारण है कि, छत्तीसगढ़ राज्य को माडल के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। कोरोना काल में तो सरकारी कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य किया है। ऐसी स्थिति में अपने कर्मचारियों को पुरस्कृत करने की बजाय उनकी बहुप्रतीक्षित दो सूत्रीय मांगों की अनदेखी करते हुए उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है जो सही नही है। फेडरेशन रायगढ़ ने माननीय विधायक रायगढ़ को ज्ञापन सौंपकर उनका समर्थन मांगते हुए कहा कि,”आप अपने जनप्रतिनिधि होने का दायित्व एवं अपने प्रभाव का उपयोग करने की कृपा करें ताकि अप्रिय स्थिति को टाला जा सके और सरकार और कर्मचारी संगठनों के बीच सामंजस्य को बरकरार रखा जा सके। उक्त जानकारी फेडरेशन के जिला प्रवक्ता आशीष रंगारी ने दी*