
नमामी केलो : केलो जल सत्याग्रह को मिल रहा है व्यापक जन समर्थन …. आम जनता से लेकर विभिन्न जन संगठनों का भी मिलेगा साथ …सभी चाहते हैं मलिन केलो हो स्वच्छ केलो …इस दिन केलो जल सत्याग्रह के लिए जुटेंगे
रायगढ़। प्रदूषित हो चुकी शहर में एक गंदे नाले की तरह दिखने वाली जीवन दायिनी केलो नदी को स्वच्छ बनाए जाने की मुहिम अब रंग लाती जा रही है। केलो नदी को लेकर सोसल मीडिया में एक मुहिम की शुरुआत की गई सोसल मीडिया में शुरू की गई मुहिम में अब बड़ी संख्या में लोग जुड़ते जा रहे हैं। इस ओर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराने 15 जून को केलो जल सत्याग्रह किया जाएगा।
केलो नदी कहते ही शहर के मध्य से होकर गुजरने वाली रायगढ़ की जीवन दायिनी नदी के रूप में दिलो दिमाग में एक धारणा क्लिक करती है। आज शहर में केलो नदी एक मलिन नदी के रूप में नजर आती है। हाल ही के दिनो मे सोसल मीडिया में नमामी मां केलो, केलो है तो कल है। केलो नदी में तमाम तरह के औद्योगिक अपशिष्ट और कई तरह के जहरीले तत्व बहा दिए जा रहे हैं। नदी कोयला खदान सहित औद्योगिक कल कारखानों के अपशिष्ट फ्लाई ऐश जैसे अनेक तरह में जहरीले पदार्थों तत्वों को केलो नदी बहा दिया जाता है। दूसरी ओर शहर के निस्तारी पानी नालों से होकर सीधे केलो नदी में समाहित हो रही है। इससे निजात पाने के लिए कई प्रयास हुए लेकिन मकसद में कामयाब नहीं हुए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की मांग हुई परंतु वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लग तो गया लेकिन दृष्ढ इच्छा शक्ति के अभावमे यह भी सपना बन कर दिखाई देता प्रतीत हो रहा है।
तमाम कवायद के बाद भी केलो स्वच्छ होती प्रतीत नहीं होता देख शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराने और जन जागृति के केलो जल सत्याग्रह का आयोजन किया जा रहा है। सोसल मीडिया में शुरू हुई मुहिम से अब लोग लगातार जुड़ते जा रहे हैं। केलो नदी साफ सुथरी पूरी तरह स्वच्छ रहे यह शहर का हर कोई चाहता है यही वजह है की इस मुहिम में लोग स्वतः जुड़ रहे हैं। 15 जून को केलो जल सत्याग्रह कर शासन प्रशासन पर ठोस कदम उठाए जाने बड़ी संख्या में लोगों आम जन मानस विभिन्न जन संगठनों के लोगों के जुटने की उम्मीद है।
केलो नदी की दुर्दशा सुधारने के लिए नमामी केलो केलो है तो कल है केलो जल सत्याग्रह 15 जून को होना है इसके व्यापक स्तर पर आयोजक कर्ता को समर्थन मिलने की बात सामने आ रही है।