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निः स्वार्थ त्वरित जन सेवा …..जब फंसे जाम में बन गए ट्रेफिक जवान तब देखने को मिला एक नई भूमिका …. देखने वालों ने भी कहा वाह …..समाज सेवी हो तो ऐसा

 

रायगढ़ । शहर में आज उस समय लोगों में कौतूहल का विषय बन गया जब शहर के जाने माने समाजसेवी भाजपा नेता सड़क पर उतर ट्रेफिक पुलिस बन गए। आस पास के लोगों की उन पर नजर पड़ी तब वे कौतूहल का विषय भी बन गए। इस तरह की त्वरित निःस्वर्थ सेवा में उन्हें तब उतरना पड़ा जब वे स्वयं जाम में फंस गए। वे जाम खुलने का इंतजार भी कर सकते थे लेकिन इस जगह पर वे एक जागरूक नागरिक का परिचय देते हुए सड़क पर उतरना मुनासिब समझे।

हम बात कर रहे हैं शहर का एक बड़ा चेहरा समाजसेवी भाजपा नेता और वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में विधायक प्रत्याशी का एक चमकता चेहरा जी हां हम बात कर रहे हैं अनिल रामदास अग्रवाल की। जो इन दिनों बेहद खास हैं और चर्चाओं में हैं। इस वर्ष सुनील रामदास विधायक प्रत्याशी की दौड़ में जोर शोर से जुटे हुए हैं। हर तरफ उनके नाम की चर्चा चल रही है। उनकी प्रदेश में बड़ी साख है । राजनीति में ऊंची पहुंच और पकड़ है। समाज कल्याण की बात हो तो उनका नाम अग्रणी तौर पर लिया जाता है। यूं तो पिछली बार भी उनकी दावेदारी रही है लेकिन स्व रोशनलाल अग्रवाल के आगे उनकी नहीं चल पाई थी किंतु इस वर्ष सुनील रामदास अग्रवाल प्रत्याशी की दौड़ में काफी आगे तक निकल चुके हैं।


हम आज बात कर रहे हैं उनकी बेमिसाल सेवा भावना की जब जेल क्षेत्र जूटमिल क्षेत्र के लोग पानी की हाहाकार से त्रस्त होकर धरने पर बैठ गए थे। क्षेत्रवासियों की पानी समस्या को लेकर धरने पर बैठने की खबर पर वे भी एक मंजे हुए राजनीतिक की तरह प्रदर्शन स्थल पीआर पहुंच गए थे। प्रदर्शन समाप्त होने पर वे लौट रहे थे इसी दौरान जाम में बुरी तरह फंस गए थे। तब वे ट्रेफिक पुलिस का इंतजार न करते हुए अपनी गाड़ी से उतर कर ट्रेफिक पुलिस बन गए और ट्रेफिक पुलिस की तरह काम करने लगे एक तरफ वाहनों चालकों को रोक रास्ता बनाकर एक एक वाहनों को पास करवाते नजर आए। राहगीर और आसपास के दुकानदारों ने सुनील रामदास को एक ट्रेफिक पुलिस की भूमिका में देख हतप्रभ रह गए। लोगों को एकबरगी भरोसा ही नहीं होंगा रहा था कि ये वही सुनील रामदास है जो अपनी ऐसी कार से बाहर निकलकर एक ट्रेफिक पुलिस की भूमिका में नजर आ रहा है। खास बात ये है कि बड़े ही अनुभवी अंदाज में उन्होंने दोनो पर जाम में फंसे वाहनों को तरतीब के साथ बाहर निकाला और फिर जब रास्ता पूरी तरह साफ हो गए तब वे अपनी गाड़ी में बैठकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। इस दौरान खास बात ये भी है की उन्होंने महापौर जानकी काटजू की गाड़ी को भी जाम से निकलवाया। महापौर भी उसी दौरान पानी के लिए चल रही प्रदर्शन स्थल पर पहुंची हुई थी और वे लौट रही थी।

आज सुनील रामदास अग्रवाल की इस भूमिका को देख कर दंग रह गए। कुछ ही दूरी पर पानी के लिए प्रदर्शन कर रहे स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस मौजूद रही इतना ही नहीं सीएसपी स्वयं मौजूद रहे। वे थोड़ा इंतजार करते तो पुलिस भी मौके पर पहुंच जाती और रास्ता खुलवाती लेकिन सुनील रामदास इसका इंतजार किए बिना लोगों को जाम से निकालने स्वयं ट्रेफिक पुलिस की भूमिका में आ गए। देखने वालों ने सुनील रामदास का यह अंदाज बेहद पसंद आया और उनके इस काम की सराहना भी करते दिखे और कुछ इसे राजनीति के चश्मे से भी देख रहे थे। और कह रहे थे की कही देखा है अपने ऐसा इतना बड़ा आदमी और ऐसी भूमिका शायद किसी ने ऐसा कल्पना भी नहीं किया होगा। जाम को खाली कराते देख लोगों ने कहा यह भी सेवा का एक तरीका है सेवा तो सेवा होती है। इससे शहर में सुनील रामदास अग्रवाल का कद और बढ़ा है।


सुनील रामदास के इस भूमिका भी शहर में चर्चा का विषय भी बनना लाजमी है। सुनील रामदास वर्तमान में भाजपा प्रत्याशियों की भावी दौड़ में है। और लोगों के बीच एक बार और और सुर्खियों में आ गए हैं। अब देखना है की सुनील रामदास अग्रवाल का यह अंदाज उन्हें कहां तक ले जाता है।

 

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