
मोदी की गारंटी पूरी करो सरकार…पूर्व सेवा की गणना की मांग को लेकर शिक्षक मोर्चा की जिला स्तरीय हड़ताल..
अनूप बड़ेरिया
बैकुंठपुर // शिक्षक संघर्ष मोर्चा की पांच सूत्रीय मांग को लेकर जिला कोरिया के सभी शिक्षक संगठनों ने एक होकर संयुक्त मंच के माध्यम से दिनांक 24.10.2024 को स्थानीय प्रेमा बाग प्रांगण में पूरे उत्साह के साथ आंदोलन किया गया।
ज्ञात हो कि पूरे छत्तीसगढ़ में सभी शिक्षक संगठन एक होकर एक साझा मंच तयार किया है जिसे शिक्षक संघर्ष मोर्चा का नाम दिया गया है। शासन ने सविलियन पूर्व शिक्षकों की 20 वर्षो की सेवा को शून्य कर दिया है। जिससे पूर्ण पेंशन नहीं मिलेगा जो कि अन्याय पूर्ण नीति है और इस अन्याय पूर्ण नीति के विरोध में शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने मोर्चा खोल दिया है।
मंच का संचालन सुरेश एक्का, चेतनारायण काश्यप ने किया। मोर्चा के चारों जिला संचालक छत्तीसगढ़ टीचर एसोसीयेशन के संचालक वीरेंद्र बहादुर तिवारी,समग्र शिक्षक फेडरेशन से संचालक विश्वास भगत, शालेय शिक्षक संघ से संचालक विजेंद्र नाथ यादव, नवीन शिक्षक संघ संचालक हरिकांत अग्निहोत्री ने कहा कि हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। हमें नकारात्मक नहीं सोचना है इतिहास गवाह है कि पूर्व में भी जिस प्रकार हम अपने लक्ष्य को प्राप्त किए है उसी प्रकार आज भी करेंगे। दीपक तिर्की ने कहा कि जब जब बात हमारे आत्मसम्मान की होगी हमे तब तब लड़ना जूझना होगा।
अली अहमद के द्वारा कहा गया कि जिस तरह पहले रस फिर गुल फिर ले के टुकड़े किया गया, उसी प्रकार हमारी पूर्व सेवा के टुकड़े टुकड़े कर दिया गया। ई डी रजवाड़े के द्वारा कहा गया कि पता नही सरकार के पास क्या साफ्टवेयर है जिससे हमारी 20 वर्षो की सेवा को डिलीट कर दिया गया है।शिक्षकों को बिना संघर्ष के कुछ नही मिला है, हम शिक्षक संघर्षशील है। हमें नकारात्मक नहीं सोचना है इतिहास गवाह है कि पूर्व में भी जिस प्रकार हम अपने लक्ष्य को प्राप्त किए है। उसी प्रकार आज भी करेंगे।
दीपक तिर्की ने कहा कि जब जब बात हमारे आत्मसम्मान की होगी हमे तब तब लड़ना जूझना होगा। अली अहमद के द्वारा कहा गया कि जिस तरह पहले रस फिर गुल फिर ले के टुकड़े किया गया, उसी प्रकार हमारी पूर्व सेवा के टुकड़े टुकड़े कर दिया गया। वीरेंद्र जायसवाल ने कहा कि पूर्व सेवा की गणना होने से हमे पूर्ण पचास प्रतिशत पेंशन मिलेगा इसके लिए संघर्ष जरूरी है। हरिकांत अग्निहोत्री ने कहा कि जब विधायकों सांसदों का वेतन दो गुना बढ़ गया तब किसी पेपर में नही आया कि शासन पर कितना बोझ बढ़ गया किंतु जब शिक्षकों के पूर्व सेवा की गणना आदि की बात की जाती है तो तुरंत बताया जाता है कि शासन पर बहुत बोझ बढ़ जाएगा।
जिला संचालक वीरेंद्र तिवारी ने कहा कि इस बार के हड़ताल में बहुत अच्छा रिस्पांस मिला है शिक्षक जागरूक हुआ है। इस बार एक मुद्दे पर सभी शिक्षक संगठन एक हुए है ये बहुत खुशी की बात है ,पूर्व सेवा की गणना न होने से सविलियन पूर्व हमारी छुट्टी ई एल, मेडिकल को भी शून्य कर दिया गया है और पेंशन में भी गणना नहीं होने से 20 से 25 प्रतिशत पेंशन ही मिलेगा यदि पूर्व सेवा की गणना की जाती तो पूर्ण पेंशन 50 प्रतिशत पेंशन मिलता।
शासन ने हमारे साथ अन्याय किया है नियमो को गोल गोल घुमाकर हमें अंधेरे में रखा गया और हमारे साथ छलावा किया गया भ्रमित किया गया। अभी जो शिक्षक भाई रिटायर हो रहे है उनको मात्र एक हजार , दो हजार ,पेंशन दिया जा रहा है क्या इसकी कल्पना किसी ने की थी।
आज हमें पुनः फिर से एक जुट होकर जिस प्रकार सविलियन के लिए जी जान लगा दिए थे उसी प्रकार हमें पूर्व सेवा की गणना लिए पुनः उसी प्रकार एकता दिखा कर लंबी लड़ाई लड़नी पड़ेगी हमें भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है साथियों प्रयास करने की आवश्यकता है
उसके बाद शिक्षकों की विशाल रैली निकाली गई जो कि प्रेमा बाग से होते हुए घड़ी चौक तक पहुंची और घड़ी चौक में आम सभा की गई।