कांग्रेस में संगठनात्मक नियुक्ति को लेकर हलचल तेज…..युवा वर्ग से नाम आए सामने …… जल्द होने वाली है नियुक्तियां
पत्थलगांव — भाजपा में संगठनात्मक नियुक्ति की खबर के बाद अब कांग्रेस में संगठनात्मक नियुक्ति को लेकर हलचल तेज हो गई है।
इसमें एक ओर वरिष्ठ नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं वहीं कई युवा भी इस दौड़ में बताए जा रहे हैं। प्रदेश और जिले के प्रमुख विपक्षी दल में संगठन के महत्वपूर्ण पदों पर होने वाली जोर आजमाईश को लेकर लोगों में उत्सुकता की स्थिति बनी हुई है।
विधानसभा और लोकसभा चुनावों के पूरा होने के बाद प्रदेश के लोगों की निगाहें अब पंचायत और नगरीय निकायों के चुनावों पर लगी हुई हैं। इस बीच दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों में संगठन के पुनर्गठन की कवायद भी शुरू हो गई है। भाजपा द्वारा मण्डल अध्यक्षों के निर्वाचन के लिए कार्यकर्ताओं के बीच रायशुमारी की जा रही है वहीं कांग्रेस भी इसे लेकर सक्रिय नजर आने लगी है। कांग्रेस में भी ब्लाॅक और जिला कार्यकारिणी का गठन होना है। जिसके लिए कार्यकर्ताओं के नाम सामने आने लगे हैं। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो दोनों ही कार्यकारिणियों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण माने जाने वाले अध्यक्ष पदों पर वरिष्ठ और युवा दोनों ही वर्गों से कार्यकर्ता आगे आए हैं। इनमें भी अधिक संख्या युवाओं की बताई जा रही है। खास तौर पर ब्लाॅक अध्यक्ष पद को लेकर युवा कार्यकर्ताओं में अधिक उत्सुकता देखने को मिल रही है। कार्यकर्ताओं की मानें तो माधव शर्मा, युवा वर्ग से अतुल त्रिपाठी और राजू गुप्ता ने ब्लाॅक अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी जताई है। उल्लेखनीय है कि माधव शर्मा कांग्रेस के दिवंगत नेता सत्यनारायण शर्मा के ज्येष्ठ पुत्र हैं। स्व सत्यनारायण शर्मा की गिनती जिले के दिग्गज कांग्रेसी नेताओं में होती रही थी। प्रत्येक चुनाव में पूर्व विधायक रामपुकार सिंह के साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़े रहने वाले इस नेता के निधन के बाद उनके पुत्र माधव शर्मा को उनके स्थान पर ब्लाॅक अध्यक्ष बनाए जाने की मांग ने खासा जोर पकड़ा था। गौरतलब है कि माधव भी कांग्रेस की राजनीति में खासा दखल रखते हैं और ग्रामीण कार्यकर्ताओं में उनकी खासी पैठ मानी जाती रही है। हालांकि उस समय संगठन ने माधव पर हरगोविंद अग्रवाल को तरजीह दी थी। ऐसे में नई कार्यकारिणी के गठन में भी माधव शर्मा प्रमुख दावेदार बताए जा रहे हैं। इस दौड़ में अगला नाम अतुल त्रिपाठी का बताया जा रहा है। अतुल त्रिपाठी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शेखर त्रिपाठी के पुत्र हैं। शेखर त्रिपाठी भी कांग्रेस की राजनीति में बड़ा नाम है। उन्होंने प्रदेश संगठन में तीन बार लगातार सचिव का पदभार संभाला है वहीं कांग्रेस सरकार के समय वे छग गौ सेवा आयोग के सदस्य जैसे संवैधानिक पद पर भी रह चुके हैं। वहीं अतुल त्रिपाठी स्वयं भी जिला कांग्रेस के सचिव होने के साथ ही किसान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं। ऐसे में उनकी दावेदारी भी खासी मजबूत मानी जा रही है। इसी कड़ी में अगला नाम राजू गुप्ता का भी बताया जा रहा है।
युवाओं में खासे लोकप्रिय रहे राजू गुप्ता ने युवक कांग्रेस में पहली बार हुए संगठनात्मक चुनावों में अध्यक्ष का चुनाव जीता था। उनके कार्यकाल के दौरान युवक कांग्रेस का संगठन काफी मजबूत और सक्रिय दिखाई देता रहा था। विपक्ष में होने के बावजूद कांग्रेसियों में खासा उत्साह देखने को मिलता था और उनके मार्गदर्शन में युवा कांग्रेसियों ने न सिर्फ नगर अपितु पूरे जिले में अपना दम खम दिखाया था। वे आज भी कांग्रेस संगठन में उतने ही सक्रिय दिखाई देते हैं। उधर युवा कार्यकर्ताओं द्वारा भी इस बार युवाओं को ही महत्वपूर्ण पद सौंपने के लिए संगठन के पदाधिकारियों पर दबाव बनाए जाने की भी चर्चा है। युवा कार्यकर्ताओं का कहना है कि विपक्ष में रहने के दौरान सरकार की गलत नीतियों का विरोध और जनसमस्याओं को सामने लाने का कार्य युवा ही बेहतर ढंग से कर सकते हैं। फिर चाहे वह कहीं धरना प्रदर्शन करना हो या फिर उग्र आंदोलन, इनकी सफलता युवाओं के माध्यम से ही सुनिश्चित की जा सकती है। वहीं युवा कार्यकर्ता बीजेपी में मंडल अध्यक्ष जैसे पदों पर युवाओं को प्राथमिकता दिए जाने की तर्ज पर कांग्रेस में भी ऐसे पदों पर युवाओं को ही बिठाने की वकालत कर रहे हैं।ऐसे में कांग्रेस वरिष्ठ और युवाओं के बीच किस प्रकार समन्वय बिठाती है यह देखने वाली बात होगी।