जल सत्याग्रह में शहीद देश की महिला की समाधि को कब यथोचित सम्मान मिलेगा ? ….झाड़ झंकार के बीच दयनीय अवस्था में है समाधि स्थल …सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने इनसे किया ये मांग ….
केलो नदी के जल को बचाने के जनांदोलन में शहीद हुई देश की प्रथम आदिवासी महिला सत्यभामा सौंरा का समाधि स्थल उनके निवास रायगढ़ के गढ़उमरिया के ग्राम बोंदा टिकरा में ग्राम वासियों ने उनकी स्मृति में समाधि स्तंभ बनाया है। जहां हर वर्ष उनकी शहादत दिवस 26 जनवरी को सामाजिक कार्यकर्ताओं, जनसंगठनों एवं ग्रामवासियों द्वारा एकत्रित होकर श्रद्धांजलि सभा अयोजित कर श्रद्धासुमन अर्पित की जाती है। देश के राष्ट्रीय स्तर पर इनके शहादत की चर्चा होती है। जलपुरुष (वाटर मैन) मैग्सेसे अवॉर्ड से सम्मानित श्री राजेंद्र सिंह,पूर्व आई ए एस राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर, मेघा पाटकर, एकता परिषद के संस्थापक गांधीवादी विचारक पी राजगोपाल (राजा जी), स्व ललित सुरजन, डॉ लाखन सिंह, नदी घाटी मोर्चा के संयोजक गौतम बंदोपाध्याय,महानदी बचाओ अभियान छत्तीसगढ़ ओडिशा के साथी श्री अनंता, सुदर्शन छोटेराय, इत्यादि राष्ट्रीय स्तर के जनांदोलन के नेतृत्वकारी साथियों ने समाधि स्थल पहुंचकर अपनी सादर श्रद्धांजलि अर्पित कर स्थल की जर्जर और दयनीय स्थिति देखकर बहुत दुख व्यक्त किया ।उनका कहना था कि जल को बचाने के जनांदोलन में देश भर में बहुत से लोग आंदोलन रत हैं लेकिन शहादत देने वाली पहली महिला है वह भी एक आदिवासी महिला।सरकार को उनकी शहादत का सम्मान करते हुए कम से कम उनके समाधि स्थल को साफ सुथरा चारों तरफ से बाउंड्री वाल,बैठने हेतु स्थान तथा सभा स्थल तथा सुंदर सा गार्डन सौंदर्यीकरण कराना चाहिए। रायगढ़ और देश के गौरव गरिमा को संरक्षित किया जाना चाहिए।
जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा रायगढ़ द्वारा प्रतिवर्ष जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया गया।
लगभग 25 वर्ष हो गए लेकिन सरकार ने कोई विशेष ध्यान नहीं दिया।सवाल यह उठता है कि जलसत्याग्रह में शहीद देश की आदिवासी महिला की समाधि को यथोचित सम्मान कब प्राप्त होगा?झाड़ झंकार के मध्य,जर्जर दयनीय अवस्था है समाधि स्थल की। लंबे संघर्षों के बाद जिला पंचायत द्वारा नरेगा योजनांतर्गत बाउंड्री वाल एवं सौंदर्यीकरण हेतु दिनांक 10 मई 2021 को लगभग ₹08लाख25 हजार रुपए स्वीकृत किया गया (स्वीकृति पत्र संलग्न) लेकिन उसका क्या हुआ पता नहीं। लाइन वाइन खींच कर गिट्टी रेत गिराकर थोड़ा सा कार्य हुआ बाकी धनराशि कहां गई,क्या हुआ कोई सुध लेने वाला नहीं है।इसकी पूर्णतः जांच होनी चाहिए तथा बाउंड्री वाल एवं सौंदर्यीकरण कार्य अतिशीघ्र पूर्ण किया जाना चाहिए। चूंकि 26 जनवरी नजदीक है अतः वहां प्रशासन द्वारा आश्यक सम्मान जनक व्यवस्था सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
गत दिवस सीनियर एडवोकेट जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा रायगढ़ के सचिव बासुदेव शर्मा ‘ काशीधाम ‘ पहुंचकर अपने साथी गणेश कछवाहा से भेंट मुलाकात किए तथा केलो नदी जल को बचाने के जनांदोलन में शहीद हुई देश की प्रथम आदिवासी महिला स्व सत्यभामा सौंरा के समाधि स्थल के बाउंड्री वाल एवं सौंदर्यीकरण कार्य के संदर्भ मे विचार विमर्श किया तथा चिंता व्यक्त की गई।
रायगढ़ के विधायक ओ पी चौधरी जी एवं माननीय मुख्य मंत्री विष्णुदेव साय से अपेक्षा की है स्व सत्यभामा सौंरा के समाधि स्थल के बाउंड्री वाल एवं सौंदर्यीकरण कार्य को अतिशीघ्र पूर्ण कर उनकी शहादत को यथोचित सम्मान प्रदान करने का कष्ट करें।
गणेश कछवाहा
लेखक, चिंतक एवं समीक्षक
जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा
अध्यक्ष
ट्रेड यूनियन काउंसिल रायगढ़ छत्तीसगढ़।
94255 72284