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उद्योगपति भए भाजपाई तो कर्मचारियों की शामत आई, छटनी का भय और वर्क लोड से जीना मुहाल, लोग कह रहे – ऐसे ….. तनाव भय और काम के बोझ तले दबा….क्या काम के घंटे 90 घंटा का फार्मूला  ………… पढ़िए पूरी खबर

 

रायगढ़।। जबसे रायगढ़ के एक बड़े उद्योगपति ने भाजपा के कुंभ में डुबकी लगाकर अपने पाप धोए हैं तबसे उनके यहां काम कर रहे कर्मचारियों की शामत आई हुई है। छटनी हो जाने का भय दिखाकर उनसे 18-18 घंटे तक काम करवाए जा रहे हैं। अब कर्मचारी बेचारे कहां जाएं, उनकी सुनेगा कौन। उद्योगपति के लिए तो “सैयां भाई कोतवाल” वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। और जबसे काम के घंटो की बहस छिड़ गई है और काम के घंटे 90 घंटे होना चाहिए ऐसे इस औद्योगिक घराने में इसे चरितार्थ करने में लग गए हैं।
रायगढ़ में स्थित इस बड़े औद्योगिक घराने में अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक में छंटनी का जबरदस्त भय व्याप्त है। अंदर खाने से निकलकर आ रही खबरों के मुताबिक कर्मचारी अधिकारी तनाव दबाव के बोझ तले इस कदर डूब गया है कि उसे कुछ सूझ नहीं रहा है। काम न करे तो तो नौकरी जाने का भय और काम करे तो 3 से 4 कर्मचारियों के बराबर काम के बोझ तले बुरी कदर दबा हुआ है।
कांग्रेसी उद्योगपति जब से भाजपा के कुंभ में डुबकी लगाई है तब से उनके न सिर्फ सारे पाप धुल गए हैं बल्कि अब अधिकारी कर्मचारियों में ऐसा व्याप्त कर दिया गया है कि या तो वो स्वयं छोड़कर जाए या फिर इसे छंटनी कैटेगरी में ला खड़ा किया जायेगा। फैक्ट्री के अंदर कर्मचारी अधिकारी तनाव भय बोझ तले दबकर काम करने को मजबूर हो गया है। और अपनी मार किसी को बता भी नहीं सकता है, क्योंकि फैक्टरी के अंदर खुफिया तरीके से इंटेलिजेंस काम कर रही है जो हर एक अधिकारी कर्मचारी पर पैनी निगाह रखे हुए है।

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