
निकाय चुनाव में महापौर प्रत्याशियों के बीच रस्साकस्सी …. प्रथम महापौर रहे जेठूराम और बानू खूंटे तीसरे मोर्चे के सिरिल को 4 थे 5 वें नंबर न कर दें …. भाजपा का चायवाला महापौर प्रत्याशी के लिए विष्णुदेव साय का रोड शो कितना करेगा काम …. कांग्रेस महापौर प्रत्याशी जानकी काटजू सहारा लेकर बढ़ रही आगे…आप प्रत्याशी महज कागजों में न रह जाए
रायगढ़।
नगर पालिक निगम में सरकार बनाने को लेकर भाजपा की घेराबंदी में तीसरा मोर्चा आशीर्वाद पैनल के सिरिल कुमार ने पूरी ताकत झोंक दिया है। कांग्रेस की रणनीति अपनी अलग तरह से तिरछी चाल में नजर आ रही है और महापौर प्रत्याशी अकेले कांग्रेसी पार्षद प्रत्याशियों के सहारे मैदान में है। महापौर प्रत्याशी अहम है इसमें रायगढ़ के प्रथम महापौर रहे जेठूराम मनहर, निर्दलीय लीलाधर बानू खूंटे को भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। आप प्रत्याशी रूसेन कुमार भी जोर शोर से चुनावी प्रचार में जुट गए हैं।
भाजपा चायवाला को लेकर काफी आशान्वित है और दो वार्डो में भाजपा को वॉक ओवर मिलने के बाद ओवर कॉन्फिडेंस से लबरेज है। यहां तक कि शहर सरकार में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए सीएम विष्णुदेव साय का रोड शो भी करवा दिया गया। हालाकि कई वार्डो में भाजपा को कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल रही है वह भी कांग्रेस के बिना किसी बड़े चेहरे के। लोग मान रहे हैं कि भाजपा की लहर बह रही है परंतु मतदाता के मन में अभी क्या चल रहा है कोई बता नहीं सकता है।
तीसरा मोर्चा आशीर्वाद पैनल के महापौर प्रत्याशी सिरिल कुमार का शिक्षित चाहिए है रबर स्टांप लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। और वे बेहद सधे हुए अंदाज में लगातार आगे बढ़ रहे है पर उन्हें कितना फायदा मिलेगा जो अपने आपको भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधे टक्कर देने की मंशा से चुनावी रण में उतरने के बाद रायगढ़ के प्रथम महापौर रहे और निर्दलीय जेठूराम मनहर इंजिनियर सिरिल कुमार के लिए लिए सरदर्द बन सकते हैं। इंजिनियर सिरिल कुमार के बैनर पोस्टर लोगों को अनायस ही अपनी ओर आकर्षित कर रही है परंतु यह आकर्षण मतों के रूप में कितना बदल पाएगी जेठूराम मनहर किस हद तक समीकरण को अपने पक्ष में बना पाएंगे या किसके लिए परेशानी का सबब बनेंगे। चूंकि जेठूराम मनहर कांग्रेस से अलग हुए है इसलिए कांग्रेस को कितना डेमेज करेंगे यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन जेठूराम मनहर मैदान में पूरी तटस्थता के साथ जुट गए हैं।
शहर में चायवाला महापौर प्रत्याशी जीवर्धन चौहान को तीसरा मोर्चा के महापौर प्रत्याशी सिरिल कुमार और फिर लीलाधर बानू खूंटे भी चुनावी मैदान जोरदार तरीके से इंट्री कर सबको चौंका दिया है। लीलाधर बानू खूंटे को उनका समाजिक वर्ग बेहद मजबूत माना जा रहा है। महापौर प्रत्याशी को लेकर शहर में रस्साकस्सी सा माहौल बना हुआ है।
मुख्य मुकाबला कांग्रेस भाजपा के साथ है तीसरा फ्रंट के नाम से मैदान में उतरने वाले प्रत्याशी अब मैदान में कितना दम दिखा पाएंगे यह समय बताएगा उनकी जगह तीसरे फ्रंट के रूप में निर्दलीय प्रत्याशी जेठूराम मनहर और बानू खूंटे लेते दिखाई पड़ रहे हैं।
आम आदमी पार्टी से प्रत्याशी की दौड़ में रूसेन कुमार कहीं कागजों तक सिमट कर रह जाएं उनसे कहीं ज्यादा दमदार जेठूराम मनहर और बानू खूंटे हैं। अब तक जहां तीसरा मोर्चा के सिरिल कुमार और रूसेन कुमार नहीं पहुंच पा रहे हैं बानू खूंटे की पहुंच हो जा रही है।