
देश में अमन शांति और आतंक के सफाए के लिए शहर के मस्जिदों में बाद नमाज जुमा मांगी गई दुवाएं …. आतंक के खिलाफ लड़ाई में देश और देश की सेना के साथ…. इन्होंने कहा इसलिए आतंक के सफाए की है जरूरत …पढ़ें पूरी ख़बर
रायगढ़।
पहलगाम घटना के बाद से मुस्लिम समाज में भी आतंक के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। शुक्रवार को बाद नमाज जुमा शहर के मस्जिदो में देश में अमन शांति और ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए देश में अमन शांति आतंक के सफाए के लिए दुवाएं मांगी गई। शहर के सभी मस्जिदों में दुवाएं मांगते हुए इंसानियत के दुश्मन आतंक के खिलाफ देश और देश के सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए साथ हैं।
देश के कश्मीर स्थित पहलगाम में मारे गए लोगों का बदला लेने भारतीय सेना के द्वारा ऑपरेशन सिंदूर चलाया जा रहा है, पूरा मुस्लिम समाज भारत सरकार के साथ कदम मिलाकर साथ है और ऑपरेशन सिंदूर के सफल हमले और आतंक के सफाए के लिए दुवा करते हुए देश में अमन शांति के लिए दुवा मांगी गई।
दरअसल मुस्लिम समाज द्वारा हर शुक्रवार को सामूहिक नमाज पढ़ी जाती है इसे जूमे की नमाज कही जाती है।
हर शुक्रवार की नमाज में दुआ अमूमन मुल्क के तरक्की, खुशहाली, अमन के लिए दुआएं तो की जाती है, लेकिन इस शुक्रवार को जुमा की नमाज में पहलगाम अटैक का असर दिखाई पड़ा। जंग के हालात मे जामा मस्जिद के खतिब वो ईमाम हजरत मौलाना कलीमुद्दीन तरब बिहारी साहब ने, मस्जिद ग़रीब नवाज मे हजरत मौलाना मोहम्मद दानिश साबरी साहब ने, नूरी मस्जिद मे हजरत मौलाना कमर रज़ा साहब,सुन्नी मक्का मस्जिद मे हजरत मौलाना हाफिज रकीबुद्दीन कादरी साहब मदीना मस्जिद मे हजरत मौलाना शमशेर साहब ने, साबरी मस्जिद के ईमाम हाफिज अबू हुजैफा साहब ने, मोहम्मदी जामा मस्जिद मे मुफ़्ती सज्जाद साहब ने नमाज के बाद खूसूसी तौर पर अपने मुल्क भारत की कामयाबी और दुश्मन के नेस्तनाबूत होने की दुआ की गयी ।
शहर के मस्जिद गरीब नवाज के इमाम हाफ़िज़ मोहम्मद दानिश साबरी ने नमाज के बाद मीडिया से भी रुबरु होकर कहा कि देश के हर मुसलमान अपने वतन से मुहब्बत करते है और जिस तरह से पहलगाम में बेकसूर भारतीयों को मारा गया और हमारे देश के प्रधान मंत्री के द्वारा आतंक के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है हम इसकी सराहना करते हैं और भारत सरकार ओर सेना के साथ है, सेना के जज्बे को सलाम करते हैं और हम चाहते हैं कि वतन में अमन ,शांति और देश की अखंडता के लिए आतंक के सफाए की जरूरत है।