
गोवर्धनपुर पूल निर्माण कार्य पिछले 6 महीनो से नहीं हो सका शुरू मंत्री जी को जनहित से ज्यादा मरीन ड्राइव निर्माण के लिए तोड़फोड़ जरूरी – नेता प्रतिपक्ष का मंत्री पर आरोपों की बौछार …यह कैसी सरकार कैसा लोकतंत्र जहां बात नहीं सुनी जाती …
मरीन ड्राइव निर्माण को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने शहर सरकार और प्रशासन को लिया आड़े हाथ कहा जनहित से ज्यादा महत्वपूर्ण है तोड़फोड़,
विकास कार्य के रोड मैप को पहले किया जाना चाहिए था प्रकाशित कौन कौन और कितने होंगे प्रभावित – नेता प्रतिपक्ष सलीम,
रायगढ़।
छठ घाट से शनि मंदिर तक नए मरीन ड्राइव निर्माण को लेकर सियासत गर्म हो रही है कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर लगातार प्रभावितों के पक्ष में खड़ी नजर आ रही है। इसी बीच नेता प्रतिपक्ष सलीम नियरिया के द्वारा शहर सरकार और निगम सरकार को आड़े हाथों लेकर आरोपों की बौछार कर दिया है। पिछले छः महीने से गोवर्धनपुर मार्ग पर बनने वाला पुल का काम शुरू नहीं करवा पाए हैं जनहित में इस मार्ग का बनना ज्यादा जरूरी है किंतु मंत्री जी को मरीन ड्राइव निर्माण में तोड़फोड़ की हड़बड़ी है।
उन्होंने कहा शहर में विकास में नाम पर जो तोड़ फोड़ की जा रही है इसके पहले प्रभावितों से और न ही शहर की जनता के साथ संवाद किया गया कि सरकार की मंशा क्या है और इसे वह किस तरह करने जा रही है। विकास का रोड मैप क्या है न तो उसकी जानकारी जनता के सामने रखी गई और लगातार तोड़फोड़ कर जनता को परेशान किया जा रहा है। यह आरोप है नगर पालिक निगम के नेता प्रतिपक्ष सलीम नियरिया का, उन्होंने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल यह जानने उनसे मिलने गया तब उनकी कोई बात नही। सुना गया बल्कि उन्हें पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया। उन्होंने कहा की यह कैसा लोकतंत्र जहां लोक की ही बात नहीं सुनी जा रही है। जबकि गोवर्धपुर मार्ग पर बनने वाली पुल का निर्माण कार्य पिछले 6 महीने से जस का तस पड़ा है जनहित में इस जर्जर सड़क पर पूल और सड़क निर्माण ज्यादा जरूरी है किंतु रायगढ़ के विधायक मंत्री जी को मरीन ड्राइव के लिए तोड़फोड़ ज्यादा आवश्यक है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल आयुक्त से यह जानने के लिए गया था कि आप रोज 20 लोगों को नोटिस दे रहे हैं और इसके पहले अपने लगभग 290 लोगों नोटिस दे चुके हैं । टुकड़ों में नोटिस देकर आपस में लाडवा रहे हैं रोज 20 नोटिस देखकर लोगों में ऐसा कर मोहल्ले वासियों की उनकी एकता को तोड़ रहे हैं। सब एक दूसरे को शक की नजर से देख रहे हैं। जिन लोगों को शासन से 2 लाख 35 हजार रुपए उनकी जमीन पर मकान बनाने के लिए दी गई थी उन मकानों को यह बोल रहे हैं नहीं टूटेंगे, लेकिन वह भी टूटेंगे उसमें इनको शासन से अनुमति लेनी पड़ेगी ऐसा कर उनको यदि भ्रमित कर रहे हैं और यह आपस में फूट डालो राज करो नीति में काम कर रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमारा सिर्फ कहना यह था कि आपने जो भी रोड मैप बनाया है इसका ड्राइंग डिजाइन बनाया इसका नक्शा बनाया है उसको आप शहर के लगभग चार से पांच स्थानों पर इसका डिस्प्ले करिए की कितने घर टूटेंगे कितनी जमीन जाएगी किस तरह से मैरिन ड्राइव बनेगा कितने में फुटपाथ बनेगी जो भी आप ड्राइंग डिजाइन नक्शा बनाए हैं उसको आप शहर के कई स्थानों पर डिस्प्ले कर दीजिए। जिससे की जनता हकीकत से रूबरू हो जाए कि आप क्या बना रहे हैं।
यहां पर नदी मद और नजूल मद किया जा रहा है, इससे पहले जो 3 मेरिन ड्राइव बनी है वह सभी नदी मद की भूमि में बनी हुई है। नालंदा परिसर नदी मद की भूमि में बन रहा है। नगर निगम की 24 दुकान नदी मद की भूमि में बनी है। एस टी पी की टंकी वह भी नदी मद की भूमि में बनी है। नदी मद और नजूल मद के नाम पर बरगलाया जा रहा है जो गलत है। मरीन ड्राइव को भी नदी मद की भूमि और नजूल भूमि दोनों को मिलाकर बनाया जा सकता था क्या कारण है या किसको फायदा पहुंचाना चाहते हैं लोगों को शंका को आप समाधान नहीं करना चाह रहे हैं और सबसे बड़ी बात शहर की जनता को जो उसकी मूलभूत आवश्यकता है जो मूलभूत जिम्मेदारी नगर निगम की होती है। विगत दो दिनों से शहर में सफाई का कार्य ठप है। सारे कर्मचारी किसी और काम में लगा दिए गए हैं।
आज शहर में जगह-जगह कचरा पड़े हैं झाड़ू नहीं लग रही है कुत्ते मर चुके हैं, उनको उठाने का कोई साधन नहीं है। चौपाया पशु मर गए हैं उनको कोई उठाने का साधन नहीं है बदबू से जनता का हाल बेहाल है। मगर इन कामों से ज्यादा जरूरी गरीबों के मकान तोड़ना आवश्यक है। आपको शहर की जनता से कोई सरोकार नहीं है यह कैसा विकास है जहां न संवाद और न ही जानता की बात को कोई सुनने वाला है ऐसी नगर सरकार जनता चाहे जिये या मरे कोई सरोकार नहीं है।