
अभी हाल में ही खरवत चौक में गरीबों पर चला बुलडोज़र,अमीर सुरक्षित.. बैकुंठपुर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई बनी राजनीति का हथियार..
लाल दास महंत कल्ला की रिपोर्ट
कोरिया/बैकुंठपुर भाजपा सरकार के कार्यकाल में अतिक्रमण हटाने की मुहिम अब गरीबों की आजीविका पर सीधा प्रहार बनती जा रही है। नगर में चल रही लगातार कार्रवाइयों में ठेले,खोमचे,छोटे दुकानदारों की संपत्तियां ध्वस्त की जा रही हैं,जबकि बड़े प्रतिष्ठानों और रसूखदारों के कब्जों को छुआ तक नहीं गया।
जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में सड़क चौड़ीकरण को लेकर वर्षों से मांग किया जा रहा है लेकिन शासन प्रशासन के द्वारा सड़क चौड़ीकरण नहीं किया जा रहा है l
सरकार खुद कुछ दे नहीं पा रही, लेकिन गरीबों से उनकी रोज़ी-रोटी छीनने में कोई कसर नहीं छोड़ रही।
ठेलेवालों से लेकर फुटपाथ पर बैठने वालों तक को बिना वैकल्पिक व्यवस्था के उजाड़ा जा रहा है।
प्रश्न यह उठता है – क्या अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सिर्फ गरीबों के लिए है?
क्या यह दोहरी नीति नहीं?
स्थानीय लोगों में भारी रोष है और सवाल पूछा जा रहा है – क्या यही है “सबका साथ,सबका विकास”?
क्या गरीब होना अब अपराध हो गया है?
कांग्रेस शासन में भी सड़क चौड़ीकरण नहीं हो पाया l
भाजपा सरकार में क्या-सड़क चौड़ीकरण हो पाएगा अब देखना है lसमझ से परे है l
बैकुंठपुर की जनता अब जवाब चाहती है,सहानुभूति नहीं।