
कलियुगी पुत्र ने पिता को उतारा मौत के घाट…24 घण्टे में अंधे कत्ल की सुलझी गुत्थी..
अनूप बड़ेरिया
कलियुगी पुत्र ने शराब की लत के चलते अपने पिता की हत्या कर दी। लेकिन कोरिया पुलिस ने 24 घण्टे के भीतर ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
मामले में मिली जानकारी के अनुसार कोरिया जिला के चौकी बचरापोंडी ग्राम बड़े साल्ही चीतामाड़ा से चौकी में सूचना प्राप्त हुआ की बड़े साल्ही चीतामाड़ा में एक व्यक्ति का शव खलिहान के पास पड़ा हुआ है सूचना प्राप्त होते ही पुलिस अधीक्षक रवि कुर्रे(भा पु से) के निर्देशन में अति० पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल के नेतृत्व में थाना कोतवाली प्रभारी विपिन लकड़ा चौकी प्रभारी अब्दुल मुनाफ की टीम तत्काल घटना स्थल पहुँची।
घटना स्थल पहुंचने पर मृत व्यक्ति की पहचान उसी गांव के ही जगलाल सिंह के रूप मे हुई पतासाजी के दौरान यह ज्ञात हुआ कि मृतक अपने कटे हुए धान के खलिहान की रखवाली करने के लिए रात मे सोया हुआ था मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉग स्क्वाड, फोरेंसिक एवं सायबर सेल टीम को मौके पर बुलाया गया घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण करने एवं आसपास के गवाहों से गहनता से पूछताछ करने पर यह पता चला की मृतक का बड़ा लड़का धर्मेन्द्र सिंह अपने पिता से (मृतक) से वाद विवाद कर रहा था मृतक का बड़ा लड़का शराबी प्रवृत्ति का था अपने पिता के मना करने पर भी पैसे के लिए धान को बेच दिया करता था एवं हर दिन अपने पिता से पैसे की मांग करता था मृतक द्वारा धान बेचने से मना करने एवं पैसा नहीं देने के कारण धर्मेन्द्र सिंह अपने पिता को लड़ाई झगड़ा करते हुए जान से मारने की धमकी दिया करता था।
दिनांक 24.11.2025 की रात मृतक जगलाल सिंह धान खरही की रखवाली करने अपने खलिहान मे रात करीब 12.00 बजे सोने चला गया अरोपी धर्मेन्द्र सिंह को जब यह पता चला की उसका पिता खलिहान में अकेला सोया है तो उसे जान से मारने की योजना बनाकर रात करीबन 02 से 03 बजे के बीच खलिहान पहुँचा एवं पास मे रखे एक भारी पत्थर को उठा कर अपने पिता के सिर में जोर से पटक दिया जिससे मौके पर ही जगलाल की मौत हो गई इसके बाद साक्ष्य छुपाने के नीयत से पत्थर को अपने घर के कुएँ मे फेंक दिया। आरोपी धर्मेन्द्र सिंह द्वारा अपना जुर्म स्वीकार करने एवं आरोपी के निशान देही पर घटना में प्रयुक्त पत्थर जप्त होने पर आसरोपी को गिरफ्तार कर आज दिनांक 27.11.2025 को माननीय न्यायालय में पेश कर जेल दाखिल कराया जा रहा है। उपरोक्त कार्यवाही में उप निरीक्षक लवांग सिंह सहायक उप निरीक्षक गुरूप्रसाद यादव प्रधान आरक्षक सुनील साहू आर० मनोज पाण्डेय, गुलाल राजवाडे सुरेन्द्र तिर्की सायबर सायबर सेल से अमरेशानंद ठाकुर, सजल जायसवाल, शिवम सिन्हा राघवेन्द्र पुरी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।




