
हाय-हाय कोरोना::शादी के बाद घर न पहुंच सके बदनसीब दूल्हा-दुल्हन…प्रशासन ने कर दिया दहेज के समान सहित सेन्टर क्वारेंटाइन..रस्मे अधूरी..कार्ड बांटने गया पिता फंसा यूपी में…मामला कोरिया का..
अनूप बड़ेरिया
कोविड-19 याने कोरोना वायरस को हर भारतीय जम कर बद्दुआ दे रहा है, इस वायरस के प्रकोप की वजह से लोगो की आजादी एक तरह से छिन सी गयी है।
लॉक डाउन में प्रशासन की अनुमति के बाद सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए शादी करने की अनुमति मिल गई । किसी तरह शादी भी हो गई पर दुल्हन मायके से विदा होने के बाद ससुराल तक नही पहुंच पाई और न दूल्हा अपने घर तक आ पाया।
मध्यप्रदेश के नौरोजाबाद में हुई शादी के बाद जब विवाहित जोड़ा छतीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ पहुंचा तो शहर की सीमा में तैनात पुलिस टीम ने इन्हें घर जाने की अनुमति नही होने की बात बताते हुए प्रशासन द्वारा बनाये गए क्वारेंटाइन सेंटर में 14 दिन के लिए रहने की जानकारी दी। 7 मई को शादी करके कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ पहुंचे सुशील गुप्ता नामक दूल्हे और उसकी माँ लक्ष्मीना गुप्ता को क्या मालूम था कि वह शादी के बाद घर लौटकर बाकी बची रस्म नही कर पाएंगे । शादी का कार्ड बांटने उत्तरप्रदेश गए दूल्हे के पिता लॉक डाउन की शुरुआत से ही वही फंसे हुए है और अपने लड़के की शादी तक नही देख सके है। चूंकि शादी की डेट फिक्स चुकी थी इसलिए सुशील को बिना पिता के ही शादी करनी पड़ी।
मनेन्द्रगढ़ के बदन सिंह मोहल्ला में रहने वाले सुशील गुप्ता की शादी 6 मई को सुमन से नौरोजाबाद में संपन्न हुई। जिसमें दोनो पक्ष को मिलाकर कुल 9 लोग शामिल हुए। सुशील एक गाड़ी में अपनी माँ और छोटे भाई के साथ बारात लेकर गया था। जब वह अगले दिन अपनी दुल्हन को लेकर वापस लौटा तो वह विवाह के बाकी बचे रीति रिवाज पूरे करने घर तक नही जा पाया। और सभी को सेंटर क्वारेंटाइन कर दिया गया। अब घर मे ताला लगा है और माँ बीपी सुगर की मरीज है। ऐसे में सरकारी भवन में चौदह दिन क्वारेंटाइन करने से समस्या खड़ी हो गई है। सुशील और उसकी माँ प्रशासन से घर मे ही बाहर से ताला लगाकर क्वारेंटाइन कर देने की बात कह रहे है।
जब कोरिया कलेक्टर डोमन सिंह तक बात पहुंची तो उन्होंने पूरे परिवार को होम क्वारेंटाइन करने के निर्देश दे दिए हैं।