घर-घर से मिल रही रोटियां..रोटी बैंक को..एक साल में 2 रोटी बैंक रिक्शा की सौगात शहरवासियों को..गौ सेवक अन्नू दुबे की इस पहल से पिछले एक साल से फूड पॉइजनिंग से नही हुई है एक भी गौ वँशो की मौत..
घर-घर से मिल रही रोटियां..रोटी बैंक को..एक साल में 2 रोटी बैंक रिक्शा की सौगात शहरवासियों को..गौ सेवक अन्नू दुबे की इस पहल से पिछले एक साल से फूड पॉइजनिंग से नही हुई है एक भी गौ वँशो की मौत..
अनूप बड़ेरिया
राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहनी कोरिया बैकुंठपुर के सदस्यों व शहर के सम्मानीय नागरिकों के द्वारा रोटी रिक्शा बैंक की पहली वर्षगांठ प्रेमाबाग मन्दिर में पूजा अर्चना कर के मनाया गया। एक साल पहले ही 5 फरवरी को इसकी शुरुआत घड़ी चौक से पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े ने की थी।
इस सम्बंध में रोटी बैंक की नींव रखने वाले अनुराग दुबे अन्नू ने बताया कि एक साल कैसे बीता पता ही नहीं चला। अन्नू दुबे ने बैकुंठपुर की समस्त माताओं बहनों एवं सामान्य जनों का हृदय से धन्यवाद करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से पिछले वर्ष 5 फरवरी को रोटी रिक्शा बैंक की शुरुआत गौ वाहनी के सदस्यों के द्वारा किया गया था। जो कि निरन्तर शहर के निवासियों के घर जा कर रोटी व अन्य खाद्य सामग्री एकत्र कर के लावारिस गौ वँशो को खिलाया जाता रहा है।
इस उपलक्ष्य में रोटी रिक्शा बैंक के रिक्शा चलाने वाले भाइयों को सम्मानित गया। जिनके सहयोग से ही ये रोटी बैंक सफल हुआ है । अन्नू ने बताया कैसी भी परिस्थिति रही हो चाहे गर्मी, ठंड चाहे बरसात उनकी परवाह किए बगैर रिक्शा चलाने वाले भाइयों के द्वारा पूरे साल निरन्तर गौ वँशो की सेवा की गई है ।
अनुराग कुमार दुबे ने बैकुंठपुर शहर की माताओ , बहनों एवं सामान्य जनों का जिन्होंने रोटी बैंक रिक्शा में अपना सहयोग करते हैं उन सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से गौ वँशो को पर्याप्त रोटी पहुच रही है और बेसहारा भूख से घूम रही गौ माताओं को खिलाई जा रही है। एक बात और है कि इन एक साल में कोई भी गौ वंश प्लस्टिक खाने से ना बीमार हुई ना ही किसी गौ वंश की मौत हुई । इसी को देखते हुए रोटी रिक्शा बैंक के शुरू होने के 6 माह के अंदर दूसरी रिक्शा बैंक की शुरुआत की गई जो कि अंकित ज्वेलर्स के संचालक अशोक सोनी एवं मनोज सोनी के द्वारा गौ रक्षा वाहनी को संचालन के लिए दिया गया है जो कि सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है ।