22 मार्च के बाद कोरिया में आए लगभग 300 से ज्यादा बाहरी..स्वास्थ्य महकमा लिस्टिंग कर जुटा जांच में…श्रीराम सेना प्रमुख संजय अग्रवाल ने कहा बॉर्डर सील होने के बाद इंट्री संदेहास्पद.. आसपास नए लोग दिखें.. तो तत्काल पुलिस को दी जानकारी…
कोरिया जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने से बचने के लिए एहतियात बरतने हेतु कोरिया जिले की सीमाओं में भी चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। बावजूद इसके 22 मार्च के बाद लगभग 300 से अधिक बाहरी लोग जिले में प्रवेश कर चुके हैं। कोरोना वायरस को लेकर यह स्थिति काफी चिंताजनक हो सकती है। स्वास्थ विभाग ने भी इसकी पुष्टि की है सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा ने बताया कि लगभग 300 लोगों की सूची बनाकर डोर टू डोर उनकी जांच की जा रही है। वही कल ही चार लोग बेंगलुरु से मनेंद्रगढ़ आए हुए हैं।
इस संबंध में श्रीराम सेना प्रमुख संजय अग्रवाल ने कहा है कि यह काफी गंभीर मसला है कि जब बॉर्डर में इतनी कड़ाई है तो इसके बावजूद बाहरी लोग किस रास्ते से शहर में आ रहे हैं। इनकी किसी तरह की कोई जांच नहीं हो रही है। जिला प्रशासन को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए अन्यथा वर्तमान में कोरोना वायरस का संकट कोरिया जिले में भी बढ़ सकता है। आज शाम स्कूल पारा में भी कुछ लोग अमृतसर से आए हुए थे स्थानीय लोगों ने 104 में फोन किया जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे ने उनकी जांच की। वहीं केरल से आए 4 लोगों की भी शाम को स्वास्थ्य महकमे ने जांच की जिसमें कोई सन्देहास्पद नहीं पाया गया।
श्रीराम सेना प्रमुख संजय अग्रवाल ने कहा कि जिस प्रकार की कड़ाई पुलिस सड़कों पर दिखा रही है उसी प्रकार की तत्परता उन्हें जिले की सीमा पर भी दिखानी चाहिए। ताकि ऐसी परिस्थिति में बाहरी लोग बिना जांच के कोरिया जिले में ना आ सके। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ धर्म विशेष के लोग भी बड़ी संख्या में लगभग 1 सप्ताह से आकर शहर में रुके हुए हैं उनकी भी बड़ी गंभीरता से जांच होनी चाहिए।
श्रीराम सेना प्रमुख ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि यदि कोई भी उनके आस-पड़ोस में नया व्यक्ति नजर आता है तो इसकी सूचना तत्काल स्थानीय पुलिस या 104 में दी जाए।