
राज्य के इस कलेक्टर के कोविड-19 पर शानदार प्रबन्धन और साहसिक कदम..शानदार उपलब्धि.. इंडिया टुडे ने दी जगह…
छत्तीसगढ़ का दूसरा सबसे बड़ा शहर बिलासपुर में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का मुख्यालय और
राज्य का हाइकोर्ट है. कोर्ट और रेलवे जंक्शन के चलते यहां बड़ी संख्या में बाहरी लोग आते हैं. इससे भी कोविड-19 से निपटने में प्रशासन के सामने चुनौतियां पेश आईं. 25 मार्च को विदेश यात्रा करने वाले नागरिकों के इतिहास की गहन पड़ताल करने के बाद पहले मामले का पता चला था। पहले रोगी का पता चलने पर प्राथमिकता
के आधार पर कुल 215 लोगों का परीक्षण किया गया था. उनसे संपर्क करने वाले 26 लोगों का परीक्षण हुआ और जिले भर में 38,000 अन्य लोगों की निगरानी की गई.
जिला कलेक्टर संजय अलंग इसी राज्य के मूल निवासी हैं इसलिए उन्हें पता है कि कैसे सामाजिक और आर्थिक संबंध यहां भलाई के लिए काम करते हैं. वे लोगों को रोग के प्रकोप को रोकने में सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व को समझाने में सक्षम रहे और भोजन और राशन की उपलब्धता और उनकी होम-डिलिवरी करने के लिए नेटवर्क की भी स्थापना की. सोशल डिस्टेंसिंग को लागू करने के लिए जिलाधिकारी ने एनसीसी कैडेट और पूर्व सैन्यकर्मियों की सेवाएं लीं और उन्हें जिले भर में तैनात किया. पूर्व सैनिकों ने नियमों का पालन करने वाले लोगों को सैल्यूट करके नागरिकों का दिल जीत लिया और
जो लोग नियमों का पालन नहीं करते थे, उन्हें फटकार लगाई. स्थानीय छत्तीसगढ़ी अभिनेता
अखिलेश ने भी लोगों के बीच संदेश पहुंचाने के लिए एक गीत तैयार किया. जिस दिन रेलवे ने
यात्री परिचालन को रोकने का फैसला किया, उस दिन एक बड़ी चुनौती सामने आई. बड़ी संख्या में
रेलगाड़ियों को बिलासपुर में रोक दिया गया, जिनमें ज्यादातर प्रवासी मजदूर अपने मूल राज्यों-पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और ओडिशा की ओर लौट रहे थे. स्टेशन लोगों
से अंटा पड़ा था, जिससे वायरस के चारों तरफ फैलने का भारी जोखिम पैदा हो गया. संजय अलंग ने जिले में उन लोगों के लिए 14 राहत शिविरों की स्थापना की, जो लॉकडाउन में
फंस गए थे. फंसे हुए प्रवासियों को चिकित्सा के अलावा भोजन और आवास की सुविधा भी मिल रही है.
अलंग ने बिलासपुर शहर के 1,000 से ज्यादा गांवों और सभी वार्डों को कवर करने के लिए करीब 1,000 निगरानी टीमों का गठन किया है. उन्हें हर उस व्यक्ति के बारे में खबर करने के लिए कहा गया है, जिसमें फ्लू के लक्षण दिखते हैं. कलेक्टर के कामकाज का पैमाना फ्लू के लक्षणों वाले सभी व्यक्तियों की रिपोर्ट करने के लिए जिले में लगभग 1,000 निगरानी दल बनाए गए हैं. आभार-इंडिया टुडे
कुल क्षेत्र- 5,815 वर्ग किमी
आबादी- 2,663,629
मरीज-01
ठीक-01
मौत-00