
कबड्डी खिलाड़ी की मौत बद इंतजामी बना कारण, मौके पर फर्स्ट एड तक कि व्यवस्था नहीं, मुआवजा ऊंट के मुंह मे जीरा, दूसरे प्रदेश में जाकर वाहवाही लूटने लूटा देंगे, मुआवजा के नाम पर प्रदेश की जनता के साथ भद्दा मजाक ….. युवा नेता विकास केडिया ने सीएम को लिया आड़े हाथ और कहा कि……
सरकार की बदइंतजामी और जर्जर सड़क ने ले ली युवा खिलाड़ी की जान – विकास केडिया
मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा और जर्जर सड़क के लिए जिम्मेदार अफसर व ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज़ हो
रायगढ़ : छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक प्रतियोगिता के दौरान आज जिले के घर घोड़ा तहसील में कबड्डी मैच के दौरान एक युवा खिलाड़ी ठंडाराम मालाकार (35 साल) की मौत हो जाने की घटना पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए पूर्व भाजयुमो जिलाध्यक्ष व युवा भाजपा नेता विकास केडिया ने इस अनहोनी घटना को दुर्भाग्यजनक करार देते हुए इसके लिए राज्य सरकार की बद इंतजामी और जर्जर सड़क को जिम्मेदार ठहराया है।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में युवा भाजपा नेता ने कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है पिछले साल धमतरी में आयोजित कबड्डी प्रतियोगिता के दौरान एक खिलाड़ी की मौत हो गई थी वहां भी स्थानीय प्रशासन और शासन की ओर से प्राथमिक उपचार जैसी कोई सुविधा मौके पे उपलब्ध नहीं थी और आज घरघोड़ा में कबड्डी खेलते वक्त बुरी तरह से चोटिल हुए ठंडाराम मालाकार (मृतक) को मौके पे फर्स्ट एड का उपचार नहीं मिल पाया , क्योंकि वहां शासन की ओर से मेडिकल टीम की व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई गई थी जो कि सरकार की बड़ी चूक और बदइंतजामी को दर्शाता है।
आगे श्री केडिया ने यह भी कहा कि जब मौके पे मौजूद स्थानीय लोगों द्वारा घायल खिलाड़ी (मृतक) को घरघोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया तब उसकी गंभीर हालत को देखकर खिलाड़ी को रायगढ़ रेफर कर दिया गया। लेकिन यहां भी किस्मत और सरकार की असंवेदनशीलता ने खिलाड़ी का साथ नहीं दिया और घरघोड़ा से रायगढ़ तक की जर्जर सड़क के कारण कबड्डी खिलाड़ी ठंडा राम को अस्पताल पहुंचने में साढ़े 4 घंटे का समय लग गया और तमनार पाली घाट मार्ग पर रायगढ़ ले जाने के दौरान रास्ते में ही युवक ने दम तोड़ दिया।
आगे युवा भाजपा नेता ने यहां तक कहा कि अपनी राजनीति चमकाने के लिए भूपेश सरकार बिना वांछित व्यवस्था और सुविधा के “छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक* करा रही है, ऐसे में इस प्रकार के दुर्भाग्यजनक हादसे के लिए सरकार ही परोक्ष रूप से जिम्मेदार है। उन्होंने यह भी कहा कि मृतक खिलाड़ी के परिजनों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा चार लाख मुआवजा देने की घोषणा की गई हैं जो कि एक युवा और होनहार के लिहाज से किसी भी स्थिति में पर्याप्त नहीं है सरकार को चाहिए कि वो मृतक खिलाड़ी के परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दें, साथ ही खराब सड़क जिस की वजह से युवा खिलाड़ी की असमय जान चली गई, उसके लिए जो भी अधिकारी या ठेकेदार जिम्मेदार हैं, उन सब पर FIR दर्ज की जाए।