
कांग्रेस के 4 साल..छग शर्मिंदा है-पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल..सुसाइड में 2nd, फिरौती में 4th, डकैती में 5th, रेप में 6th स्थान में छग..अंडर वर्ड की तर्ज पर उगाही..शराबबंदी की बजाए, होम डिलेवरी..
अनूप बड़ेरिया
भाजपा के दिग्गज नेता व मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रेसवार्ता में कहा कि भूपेश सरकार के इस चार वर्ष के कुशासन में प्रदेश में चारों तरफ हताशा, निराशा, भय और आतंक व्याप्त है। चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। दिनदहाड़े हत्याएं हो रही हैं. अबोध बालिकाओं के साथ दुष्कर्म और उनकी हत्याओं की श्रृंखला सी चल पड़ी है। लूट और डकैती आदि की घटनाएं अब रोजाना का काम हो गया है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के अपने प्राथमिक दायित्व से ही कांग्रेस की इस सरकार ने मूह मोड़ लिया है और इनका सारा ध्यान केवल और केवल अधिक से अधिक लूट मचाने, और भ्रष्टाचार तथा उगाही से प्राप्त पैसे को देश भर के चुनावों में कांग्रेस के लिए खर्च करने, दस जनपथ के लिए एटीएम का काम करने पर है। कांग्रेस की इस सरकार को अपनी करतूतों पर शर्मिन्दा होना चाहिए न कि डींगे हाँकना चाहिए, गाल बजाना चाहिए।
कानून व्यवस्था पर पूर्व विधायक ने कहा कि पिछले 4 साल में यहां दुष्कर्म के 6000 से अधिक मामले दर्ज किये गए हैं। 4000 से ज्यादा नाबालिगों के साथ दुष्कर्म, 5000 से ज्यादा युवतियों का अपहरण हुआ। भूपेश बघेल के शासन में दुष्कर्म में छठवें नंबर पर, फिरौती में चौथे, आत्महत्या के मामले में दुसरे और डकैती के मामले में पांचवें नंबर पर आ गया है।
प्रदेश में ठगी का स्टार्टअप चल रहा है। गांजा तस्करी, ब्राउन सुगर, नशीली गोली, चरस- अफीम, शराब की तस्करी उफान पर आनलाइन ठगी के 1500 से अधिक मामले।
घोटाला पर उन्होंने कहा ईडी और आईटी विभाग की लगातार कारवाईयों से जितने तथ्य सामने आये हैं, उससे छत्तीसगढ़ शर्मिन्दा हैं। कोल ट्रांसपोर्ट में अंडरवर्ल्ड की तरह चल रही उगाही, आयरन ओर पैलेट्स समेत रेल, जमीन, शराब, इग्स आदि के वैध-अवैध कारोबार से एक मोटे अनुमान के अनुसार लगभग 10 हजार
करोड़ का घोटाला भूपेश सरकार ने किया है। 25 सौ करोड़ से अधिक का केवल कोयला घोटाला है। चावल वितरण में 3 हज़ार करोड़ से अधिक का घोटाला इस सरकार ने किया है। बस्तर में रोज़ एक करोड़ रुपए के चावल का गबन हो रहा है।
उन्होंन कहा इससे पहले प्रधानमंत्री गरीब अन्न योजना के चावल में 15 सौ करोड़ से अधिक का घोटाला सामने आया। मनरेगा की राशि अप्राप्त है। 15 वें वित्त आयोग की राशि सरपंचों से जबरन अन्य कार्यों में खर्च कराया जा रहा है। गोधन न्याय योजना के केवल प्रचार में 125 करोड़ से अधिक राशि बर्बाद की गयी। नकली अश्लील सीडी वितरण में सीबीआई ने चार्जशीट भी दायर कर दिया है।
पूर्व विधायक ने बताया 25 हज़ार से अधिक आदिवासी बच्चों की अकाल मृत्यु हुई है। अम्बिकापुर में 4 नवजात की दुखद मृत्यु शासकीय कुप्रबंधन का उदाहरण है। रोज़गार पर झूठ 5 लाख रोजगार का सफेद झूठ भी पकड़ा गया कांग्रेस का । स्व सहायता समूहों से जुड़ी ऐसी 22 हजार से अधिक महिलाओं का रोजगार छीन कर एक निजी कम्पनी को दे दिया।
आत्महत्याओं का दौर-प्रदेश में 800 से अधिक किसान आत्महत्या को विवश हुए हैं। 20 हज़ार से अधिक छत्तीसगढ़ियों की आत्महत्या. शिक्षक अभ्यर्थी, विद्या मितान, पुलिस अभ्यर्थी, बिजली कर्मचारी, कोरोना वारियर्स सभी अपनी
मांगों को लेकर आंदोलित हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना’ के माध्यम से प्रदेश में बनने वाले 16 लाख से अधिक गरीबों का
आशियाना छीना। 24 लाख से अधिक घरों को मोदी जी के नल जल योजना से वंचित रखा। कांग्रेस ने तीन-तीन सांसद के. टी. एस. तुलसी, राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन को राज्यसभा में बाहरी राज्यों से भेजा। इससे पहले मोहसीना किदवई को कांग्रेस भेजती रही राज्यसभा में। हिन्दुओं की भावना से लगातार खिलवाड़ और प्रताड़ना लगातार भगवा ध्वज का अपमान हिन्दू कार्यकर्ताओं के दमन का सिलसिला। कवर्धा में सम्प्रदाय विशेष के विधायक और मंत्री के संरक्षण में हिन्दुओं पर जुल्म किये गए। आदिवासियों का आरक्षण 12 प्रतिशत कम करा दिया। जिसने आदिवासियों के ख़िलाफ़ मुकदमा किया उसे आयोग का अध्यक्ष बना कर पुरस्कृत किया। पहली बार भारत में आदिवासी राष्ट्रपति मिलने का अवसर आया, तो इसके खिलाफ़ वोट डालने वाले, उन्हें प्रदेश में हराने वाले कांग्रेसी ही थे। इससे पहले ओबीसी आरक्षण के खिलाफ मुकदमा करने वाले को भी राज्यमंत्री का दर्जा देकर पुरस्कृत किया। वहां भी केवल राजनीति करते हुए जान-बूझ कर हाईकोर्ट में मुकदमा हारी ।
पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े ने कहा कि
किसानों के दो वर्ष के बकाये बोनस का भुगतान नहीं किया। किसानों को कर्ज माफी का वादा कर उलटे पूरे प्रदेश को ही कर्जदार बना दिया। प्रदेश पर 1.5 लाख करोड़ से अधिक का कर्ज लादा। मंडी टैक्स खत्म करने का वादा था, उलटे डेढ़ सौ प्रतिशत बढाया। शराबबंदी की घोषणा कर उलटे शराब की होम डिलीवरी शुरू की। 10 लाख रोजगार का वादा था। बेरोजगारी भत्ता 25 सौ रुपये महीने 10 लाख युवाओं को देना था, उससे भी अब साफ मुकर गए। 12 सौ करोड़ का बेरोजगारी भत्ते का गबन किया सरकार ने। धान का समर्थन मूल्य केंद्र के पैसे से आता है। समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान की राशि 51 हजार 563 करोड़ रुपये केंद्र से ही आये हैं। केवल
अंतर की राशि 11 हजार 148 करोड़ रुपये देकर दिए गए। उपार्जित धान पर चावल की खरीद केंद्र सरकार करती है, प्रदेश सरकार का इसमें कोई योगदान नहीं होता।
प्रेसवार्ता में पूर्व मंत्री भईयालाल राजवाड़े, जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल, भानु पाल, विपिन शिवहरे, पंकज गुप्ता, धीरेंद्र साहू, सुभाष साहू, तीरथ राजवाड़े, राजेश साहू, अवधेश सिंह सहित अनेक भाजपाई उपस्थित रहे।