
कोल वाशरी का विस्तार ग्रामीणों के साथ सारडा एनर्जी का छलावा …..इधर वेदांता वाशरी एंड लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड की जनसुनवाई से सकते में क्षेत्रवासी ….क्षेत्र पहले ही भयंकर प्रदूषण की झेल रहा मार ….आम जनता की नहीं किसी को परवाह …. बजरमुड़ा सराइटोला और मुरागांव शुद्ध हवा तो दूर शुद्ध पानी तक नसीब नहीं … जनता की आवाज नहीं पहुंच रही कानो तक
शमशाद अहमद
रायगढ़ । जिले में उद्योग स्थापना और विस्तार की ऐसी जन लेवा होड़ मची है मानो देश और आम जनता के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। जिले में औद्योगिक विस्तार और स्थापना विकास नहीं वरन विनाश की ओर अग्रसर कर रहा है। वह दिन दूर नहीं जब यहां मानव सभ्यता का विनाश की वजह कल कारखाने बनेंगे। भयंकर प्रदूषण से जहां लोगों में नाना प्रकार की बीमारियां घर कर रही है वहीं जानलेवा कैंसर जैसी भयावह बीमारी तेजी से अपना पैर पसार रही है।
जहां सारडा एनर्जी स्थापित हैं उसके आस पास के गांव के लोगों का जीना मुश्किल हो चुका है। लोग जीने के लिए संघर्ष कर रहे हैं उनकी जिंदगी किसी नर्क से कम नहीं है। आम जनता की आवाज जिम्मेदारों तक नहीं पहुंच पा रहा है।
तमनार के सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स के काले प्रदूषण से क्षेत्र के ग्रामीण लगातार आवाज उठाते चले आ रहे हैं पूर्व में शुरू करते समय कंपनी द्वारा ग्रामीणों के साथ बहुत सारी सुविधा देने का झुनझुना थमाया गया था किंतु आज सुविधा की बात तो दूर ग्रामीण मजदूर बनने तक के लिए तरस रहे हैं। आज भी यहां के ग्रामीण फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर है यह मोदी के विकसित भारत की परिकल्पना पर बड़ा धब्बा है।
कोई सोच भी सकता है कि सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स के आस पास के ग्रामीणों का जीवन स्तर इस कदर गिर गया है की लोग यहां अपनी बहन बेटी को ब्याहने तक तैयार नहीं होते हैं। यहां के महिला हो या पुरुष को मानों एक समाजिक जीवन जीने का अधिकार भी छीन लिया गया है।
अभी जब सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स की बात करें तो अभी जब क्षमता जब .96 एमटीपीए है और जब क्षमता बढ़कर 5.2 एमटीपीए हो जायेगा तक क्षेत्र में प्रदूषण की स्थिति क्या होगी और प्रभावित गांव के ग्रामीणों का क्या हाल होगा यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
तमनार के साथ खरसिया वासी पहले ही काले डस्ट से परेशान है वेदांता वाशरी एंड लॉजिस्टिक के स्थापित होने से खरसिया के लोगों को भी काले डस्ट की दुश्वारियों से गुजरना पड़ेगा। वेदांता वाशरी कुनकुनी में स्थित है इसके प्रभावित गांव खैरपाली, कुनकुनी, पामगढ़, नवागांव, बड़े दुमरपाली, कुरु, रानी सागर, दर्रामुडा, चपले, रजघटा, बसनाझर पंचायत और उसके गांव शामिल है।
वेदांता वाशरी एंड लॉजिस्टिक साल्युशन प्राइवेट लिमि. का 1.2 एमटीपीए के भारी मीडिया चक्रवात और 2.6 एमटीपीए के लौह अयस्क बेनीफिकेशन संयंत्र पर आधारित गीले प्रकार के कोयला धुलाई की परियोजना है। वेदांता वाशरी की यह एक बड़ी परियोजना है इसके शुरू होने से क्षेत्रवासियों को भारी प्रदूषण की मार झेलना पड़ेगा। वेदांता वाशरी लॉजिस्टिक के आस पास के करीब दो दर्जन गांवो में पर्यावरण प्रदूषण का खतरा बढ़ जाएगा।आस पास के किसानों की खेतिहरी भूमि बद्तर स्थिति में पहुंच जाएगी खेती किसानी करना मुश्किल हो जायेगा।