
पीसीसी चीफ दीपक बैज का बड़ा हमला कहा बड़ी डील हुई है … बिना प्लानिंग के आतंक और भय बनाकर की गई तोड़फोड़ ….ऐसा माहौल बना दिया गया जैसे कोई युद्ध होने वाला हो …तोड़फोड़ के पूर्व बातचीत कर विश्वास और भरोसे में क्यों नहीं लिया …मां विहार कॉलोनी पहुंच कर देखा व्यवस्था कहा इतनी जल्दबाजी क्या थी ….
रायगढ़।
मरीन ड्राइव के लिए हो रही तोड़फोड़ का जायजा लेने पहुंचे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने रायगढ़ विधायक और मंत्री ओपी चौधरी के साथ प्रशासन पर आतंक और दहशत फैलाकर तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा पूरी तरह हावी होकर गरीबों के मकान को तोड़ा जा रहा है। लोगों में आतंक और भय का माहौल बना हुआ है। पुलिस प्रशासन की फोर्स इतना क्यों तैनात किया गया है क्या कोई युद्ध होने वाला है। रायगढ़ शहर ऐसा लग रहा है मानों कोई लोकतंत्र नहीं राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है। लोग यह भी कह रहे हैं कि बड़े लोगों और बिल्डरों को फायदा पहुंचाने गरीबों के घरों की तोड़फोड़ की गई है।

जिला कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि जहां प्रभावित लोगों को मकान दिया जा रहा है घरों में मोटी परत धूल जमी हुई है, न दरवाजा है न खिड़की, टॉयलेट खुला हुआ है, न पानी न बिजली बिना किसी तैयारी के प्रभावितों को यहां भेज दिया गया। उन्होंने कहा मैं मंत्री जी से पूछना चाहता हूं कि तोड़फोड़ के पूर्व इन घरों का उन्हे निरीक्षण करना चाहिए था पहले व्यवस्था बनाया जाता। प्रभावितों से बातचीत की जाती उन्हे विश्वास और भरोसे में लिया जाता तो हो सकता है कि बिना तोड़फोड़ के बीच का रास्ता निकल जाता और लोग खुद से खाली कर देते, ऐसे जगह उन्हे भेज दिया गया है जहां कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा की उन्हे प्रशासन और सरकार के पास कोई प्लानिंग नहीं है बिना प्लानिंग के किसको लाभ पहुंचाने के लिए गरीबों के घरों को तोड़ा गया। उन्होंने कहा कि मंत्री अधिकारी सब मिलकर शाम को नोटिस देते हैं और सुबह तोड़फोड़ करने पहुंच जाते हैं। उन्होंने ओपी चौधरी पर हमला करते हुए कहा कहां गए मंत्री जी इस मौके पर तो उन्हे इनके साथ होना चाहिए था, बातचीत कर हल निकालना चाहिए था, लेकिन उन्हे तो गरीबों के घरों को तोड़ना था बड़े लोगों और बिल्डरों को फायदा पहुंचाना था यहां भी दहशत की राजनीत कर प्रशासनिक आतंकवाद के दम पर तोड़फोड़ की गई, क्या यही विकास का मॉडल है।
दीपक बैज ने कहा क्या बातचीत की गई, न विधायक मंत्री, कलेक्टर कमिश्नर कोई नहीं गया बातचीत करने, क्या संवाद स्थापित नहीं हो सकता था, क्या बातचीत कर कोई रास्ता नहीं निकलता, हो सकता है पब्लिक स्वेच्छा से घर तोड़ देती, आपको किसका और किस बात का डर है कि आपने संवाद तक करना नहीं चाहा। उन्होंने कहा कि जब वहां हमारी टीम पहुंची तब लोगों ने कहा हमारा घर बचा लो, बिल्डरों को फायदा पहुंचाने हमारे घरों को तोड़ा जा रहा है। मैं रायगढ़ विधायक और मंत्री जी पूछना चाहता हूं कौन डील किया और किसे फायदा पहुंचाने के लिए डील की गई, और बिना व्यवस्था बनाए बिना कोई प्लानिंग के तोड़फोड़ की गई उन्हे खुद से शिफ्ट करने का मौका भी नहीं दिया गया। पूरे शहर में इस बात की चर्चा है कि बड़े लोगों और बिल्डर को फायदा पहुंचाने के लिए बड़ी डील हुई है।
शासन प्रशासन ने अधिकार का दुरुपयोग कर बारिश के पहले घरों को तोड़ा गया बरसात के बाद भी तोड़ सकते थे 15 जून के बाद बारिश में लगभग सभी सरकारी काम रुक जाते हैं तो फिर तोड़फोड़ की इतनी जल्दबाजी क्या थी। उन्होंने कहा प्रशासन जवाब देने की स्थिति में नहीं है कई ऐसे हैं जो रोजी मजदूरी घरों में बर्तन मांज कर कर्ज लेकर घर बनाया, कोई प्रधान मंत्री आवास बनाया, इनके पास मार्मिकता नाम की कोई चीज नहीं है गरीबों को कीड़े मकोड़े की तरह कुचल दिया जा रहा है।
पीसीसी चीफ ने शासन प्रशासन को चेतवानी देते हुए कहा कि तोड़ना फोड़ना बंद कर दे और प्रताड़ित करना बंद कर दे, जितने लोगों के घर तोड़े गए हैं मुआवजा प्रदान करे। उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए यह भी आरोप लगाया कि गरीबो को मार दो कुचल दो पूरे प्रदेश में चल रहा है। इसे लेकर जल्द हीं कांग्रेस बड़ा आंदोलन करने जा रही है। विधान सभा में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा।