
शुरू होने जा रहा छत्तीसगढ़ के रायगढ़ का ऐतिहासिक यादगार श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का भव्य आयोजन ….14 अगस्त को खास अतिथि गोविंद बाबा वृंदावन के कर कमलों से कटेगा फीता…. विशाल पंडाल में धार्मिक सामाजिक और देशभक्ति से ओतप्रोत झांकियां होंगी आकर्षण का केंद्र
रायगढ़। रायगढ़ छत्तीसगढ़ के रायगढ़ का ऐतिहासिक श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव को लेकर श्याम मंडल समिति द्वारा व्यापक स्तर पर तैयारियों को अंतिम मूर्त रूप देने में जुटी हुई है। 14 अगस्त से आरंभ होने वाले ऐतिहासिक श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव को लेकर अपनी पूरी टीम के साथ पत्रकारों से रु बरु हो कर इस वर्ष की झाकियों और कार्यक्रमों की रूप रेखा को बताया।

श्याम मंडल के अध्यक्ष बजरंग अग्रवाल ने तैयारियों को लेकर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया की 14 अगस्त की संध्या वृंदावन से विशेष खास अतिथि धर्मगुरु गोस्वामी गोविंद बाबा के कर कमलों से मंत्रोच्चार के साथ फीता काटकर विधिवत उद्घाटन किया जाएगा। अध्यक्ष बजरंग अग्रवाल ने बताया कि 27 वा ऐतिहासिक एवं यादगार श्री कृष्ण जन्माष्टमी मेला का शुभारंभ 14 अगस्त की संध्या उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित कर एतिहासिक श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का भव्य शुभारंभ होगा। शुभारंभ के मौके पर वृंदावन से पधारे धर्मगुरु स्वामी गोविंद बाबा के कर कमलों से होगा।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष 15 विभिन्न प्रकार की धार्मिक सामाजिक और देशभक्ति से ओतप्रोत झांकियां मुख्य आकर्षण का केंद्र होगा। श्याम मंडल का श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन हर वर्ष पूरे हरसोल्लस के साथ श्याम मंदिर प्रांगण श्याम बगीची में 10 हजार वर्ग फुट के भव्य विशाल वाटर फ्रूफ पंडाल तैयार कराया गया है। जिसके चप्पे चप्पे पर तीसरी आंख का पहरा होगा। श्याम मंडल द्वारा 5 दिवसीय 14 से 18 अगस्त तक श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन किया जायेगा। श्याम बगीची परिसर में 14 अगस्त की शाम 4 बजे वृंदावन से पहुंचे खास अतिथि गोविंद बाबा के साथ विशिष्ट गणों की मौजूदगी शुभारंभ होगा।
15 तरह की खास आकर्षक झांकियां /
इस वर्ष श्याम मंडल द्वारा आकर्षक झांकियों की लिस्ट में समाजिक धार्मिक और देशभक्ति से जुड़ी स्वचालित झांकियों में पंचमुखी गणेश जी, कृष्ण की माखन चोरी, अशोक वाटिका, वीर बर्बरीक द्वारा शिषदान, हनुमान जी का सूर्य भक्षण, छत्तीसगढ़ की विशेष गौरा – गौरी पूजा, गोवर्धन पर्वत धारण, दिव्य कुंभ स्नान, बच्चो के लिए खास जुरासिक पार्क, राम दरबार, होलिका दहन , गंगा जी का अवतरण सहित विभिन्न 15 प्रकार की झांकियों का श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन किया जा सकेगा। इसमें विशेष आकर्षण का केंद्र बिंदु आप्रेशन सिंदूर की आकर्षक झांकियां देखने को मिलेगी।
भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था
इस वर्ष भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर के बाहर परिसर में लड्डू गोपाल झूला, राधा कृष्ण झूला और वृंदावन की मनमोहक बांके बिहारी जी की झाकियां दर्शन हेतु रखा जाएगा। बजरंग अग्रवाल ने बताया की इन झूलो को पहले मंदिर के अंदर विराजा जाता था इससे मंदिर के अंदर काफी भीड़ हो जाती थी और भक्तो श्रृद्धालुओं को भी काफी परेशानी होती थी इसे देखते हुए समिति द्वारा बाहर रखने का फैसला लिया गया। इस वर्ष महोत्सव में विशेष आकर्षण का केंद्र फूल बंगला रहेगा साथ ही मंदिर को मनभावन तरीके से फूलों से सजा कर फूल बंगला का भव्य रूप दिया जाएगा।

अध्यक्ष बजरंग अग्रवाल ने बताया कि 16 अगस्त की मध्यरात्रि को भगवान श्री कृष्ण जी का अलौकिक श्रृंगार किया जायेगा साथ ही भजन कीर्तन मधुर गीतों के साथ 56 भोग वी माखन मिश्री का भोग लगाकर फूलो की वर्षा कर धूम धाम से भगवान श्री कृष्ण का स्वागत और जन्मोत्सव मनाया जायेगा। उन्होंने यह भी बताया की 18 अगस्त को विशिष्टगणो की उपस्थिति में 5 दिवसीय एतिहासिक श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का समापन कार्यक्रम होगा।
इस पूरे कार्यक्रम को भव्य रूप देने कोलकाता से आए कलाकार नवरूप देने में जुटे हुए हैं। स्व चलित झांकियों को दुर्ग अंजोरा के कलाकार भव्य आकर्षक अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर कार्यक्रम स्थल के चप्पे चप्पे पर हाइटेक तरीके तीसरी आंख का पहरा होगा। इसके अलावा सुरक्षा गार्डों की भी तैनाती होगी। दर्शन पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग अलग बैरिकेट की सुविधा दी गई है। पुलिस और यातायात पुलिस के जवान भी अपनी सेवाएं देने तैनात होंगे।

एतिहासिक महोत्सव को मूर्त रूप देने और सफल बनाने अध्यक्ष बजरंग अग्रवाल के साथ उनकी पूरी टीम जिसमे आनंद गर्ग, मुकेश गोयल, दीपक मित्तल, जयप्रकाश गोयल, सचिन बंसल, नरेंद्र अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, गजेंद्र गर्ग, पवन शर्मा आरटीओ, संजय अग्रवाल, अनिल गर्ग, राजेंद्र अग्रवाल, ऐश अग्रवाल सहित समस्त सदस्य पदाधिकारीगण जूते हुए हैं।




