♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

*महिलाओं को रोका गया मेंहदी लगवाने से यह कैसा मनुवादी फरमान – शालू अग्रवाल*

रायगढ़/कटरपंथी सोच वालों के द्वारा प्रोफेशनल लोगों से घर के बाहर मेंहदी लगवाने पर महिलाओं को विरोध का समाना करना पड़ा। जिसकी वजह से कांग्रेस ने देर रात कांग्रेस कार्यालय खोल कर महिलाओं को मेहंदी लगवाने के लिए जगह दिया गया। ताकि महिलाएं तीज के व्रत की तैयारी अच्छे से पारंपरिक तरीके से कर सकें।

दरअसल महिलाओं को दिनभर घर के कई प्रकार की पारिवारिक जिम्मेदारियों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में अक्सर महिलाएं अपनी सहूलियत से मेहंदी लगाने वाले प्रोफेशनल पार्लर में पहुंच कर मेहंदी लगवाने जाती हैं। लेकिन इन महिलाओं को आरएसएस के समर्थक दल विशेष के लोगों द्वारा इसका विरोध का सामना करना पड़ा। इसकी वजह से महिलाएं परेशान होने लगीं। जिसका मौके पर उपस्थित कांग्रेस नेत्री शालू अग्रवाल ने विरोध के खिलाफ में महिलाओं के साथ खड़ी हो गई। लेकिन दल विशेष से जुड़े लोगों के द्वारा पोलरोफेशन मेहंदी लगवाने वालों से विरोध में अड़े रहे। ऐसे में महिलाएं मेंहदी लगवाने भटकने लगी। बात नही बनने पर कांग्रेस कार्यालय खुलवाकर इसके द्वारा महिलाओं को पारिवारिक माहौल में मेहंदी लगवाने की व्यवस्था कराया गया।

शालू अग्रवाल ने बताया कि आर एस एस द्वारा फरमान जारी कर प्रोफेशनलों से महिलाओं को मेंहदी लगवाने पर रोक लगाई गई है। तानाशाही दिखाते हुए एक संगठन के द्वारा महिलाओं को मेंहदी लगवाने से रोकने पर महिलाएं परेशान कर रहे थे। महिलाओं की समस्या को समझने के बाद मौके पर उपस्थित महिला कांग्रेस नेत्री शालू अग्रवाल के द्वारा कांग्रेस कार्यालय में व्यवस्था की गई ताकि सभी महिलाएं मेंहदी लगवा सकें।
देखा गया कि बड़ी संख्या में मेंहदी लगवाने के लिए महिलाओं के पति स्वयं अपनी अपनी पत्नियों को लेकर पहुंचे हुए थे और कई लगातार देर रात तक अपनी पत्नियों को मेंहदी लगवाने लेकर पहुंचते रहे। वीडियो में भी साफ देखा जा सकता है कि कई पति कांग्रेस कार्यालय में अपनी पत्नियों के मेंहदी लग जानें के इंतजार में बैठे है।

देर रात तक कांग्रेसी नेताओ के संरक्षण में महिलाओं को त्योहार के लिए सुरक्षित तरीके से मेहंदी लगवाए जाने की व्यवस्था में लगे रहे। ताकि माता बहनें खुलकर और खुशी खुशी त्योहार मना सकें। कांग्रेस कार्यालय में महिलाएं अच्छे वातावरण में अपने त्यौहार की तैयारी कर पाई और मेंहदी जैसी पूजनीय चीज परंपरा को वो पूरा कर पाई।
कट्टर पंथी संगठन ने महिलाओं के अधिकारों को दबाने की कोशिश की जिसकी सभी महिलाओं ने निंदा किया। महिलाओं ने कहा की अगर हम प्रोफेशनल मेंहदी लगवाने वालों के पास नहीं जायेंगें तो हम मेंहदी जैसी पवित्र परंपरा को कैसे निभायेंगे। कौन लगाएगा मेंहदी यह विरोध बेवजह परेशान करने वाली है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close