
जेसीबी चला प्रशासन ने बुजुर्ग दम्पत्ति का ढहा दिया आशियाना…खुले आसमान में रोते हुए गुजारी रात…20 साल से रहवासी थे बुजुर्ग…
कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ में गुरुवार की शाम राजस्व विभाग के अधिकारियों ने एक गरीब आदिवासी का घर जेसीबी चलवा कर गिरा दिया।अधिकारी जब इस कार्रवाई को अंजाम दे रहे थे, तब बुजुर्ग दंपत्ति उनके सामने बार-बार मिन्नतें करते रहे। लेकिन अधिकारियों का कहना था कि उन्हें ऊपर से आदेश है और वे कुछ नहीं कर सकते। ऐसे में बड़ा सवाल यह है की भरी बरसात में जब पक्षियों का भी आशियाना नहीं हटाया जाता तो आखिर अधिकारियों को ऐसी क्या जरूरत पड़ गई थी कि प्रशासन ने एक बुजुर्ग आदिवासी परिवार का मकान गिरा दिया।
बताया जाता है कि मनेंद्रगढ़ के ग्राम पंचायत चैनपुर के टिकरापारा में रहने वाले शिवलाल गोड ने लगभग 20 वर्षों पूर्व अपने रहने के लिए शासकीय भूमि पर दो कच्चे कमरे बनवाए थे। यहीं रहकर वह अपनी गुजर-बसर करता था। लेकिन बीते कुछ दिनों से अधिकारी बार-बार उसे वहां से भाग जाने को कह रहे थे। इस बीच गुरुवार की शाम मनेंद्रगढ़ के राजस्व विभाग के अधिकारी जेसीबी लेकर उसके घर के पास पहुंचे और बिना किसी नोटिस दिए उसके मकान को गिरा दिया। भरी बरसात में मकान ढहा दिए जाने से आदिवासी दंपत्ति खुले में रात गुजार पूरी रात रोते रहे। अब इस घटनाक्रम को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है।
लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर ऐसा कौन सा निर्माण कार्य किया जाना है कि बुजुर्ग आदिवासी परिवार का मकान बरसात में गिराना जरूरी था । वही अब इस मामले में देखने वाली बातें यह है कि इस मामले में जिले के नेता क्या रवैया अपनाते हैं।