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प्रशांत और याशी बने युवाओं के प्रेरणा पुंज……. दो बड़ी सफलताओं से गर्वित हुए जिलेवासी ….काबिलियत से उभरते रहे…वैश्विक पटल पर  इंद्रधनुष की तरह जगमगाने लगे …

 

रायगढ़। जिला रायगढ़ पूर्व काल से ही बेहद खास विभूतियों की जननी रहा है। समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रों यथा वकालत, पत्रकारिता, स्वतंत्रता सेनानी, उद्योगपति, साहित्य, राजनीति आदि में एक से बढ़कर एक विभूति अपनी-अपनी काबिलियत से उभरते रहे हैं।

ऐसा मौका कम ही आया कि एक सप्ताह के अंदर दो बड़ी सफलताएं, दो बड़ी विभूतियां एकसाथ उभरकर वैश्विक पटल पर विशेष कर भारतवर्ष में इंद्रधनुष की तरह जगमगाने लगी हों। ऐसा पल मई 2023 में आया ऐसी विभूतियों का नाम है सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश के रूप में नामित हमारे माटी के लाल प्रशांत मिश्रा और बेटियों के नाम पर गौरव का अहसास दिलाने वाली माऊंट एवरेस्ट विजेता बनी रायगढ़ की बेटी याशी जैन। छोटी-मोटी सफलताएं या कहीं-कहीं किसी क्षेत्र में नाम होकर समय के साथ भूल जाना ये अक्सर होता रहता है। लेकिन प्रशांत मिश्रा और याशी जैन ने गर्व करने का जो एहसास हमें दिया है वह अतुलनीय एवं अमिट है। ये उपलब्धि देशव्यापी से भी बढ़कर विश्वव्यापी है। यह सुखद एहसास सभी जिलेवासियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ वासियों के दिलों में खुशियों के हिचकोले मार रहा है। जो सालोंसाल गर्व का अहसास करवाता रहेगा। यूं तो सामान्य सफलता पर लेख लिखने का मन नहीं होता लेकिन प्रशांत मिश्रा और याशी जैन की सफलता पर लिखने के लिए कलम और मन दोनो ही मजबूर हो गए। दंगल फिल्म का डायलॉग याद आ गया जब महावीर फोगाट के रूप में आमिर खान बबीता फोगाट को कहते हैं कि ”बेटा मिसाल बनना है क्योंकि मिसाल भुलाई नहीं जाती बल्कि जीवनभर दूसरों को उदाहरण के रूप में दी जाती है।ÓÓ वास्तव में प्रशांत मिश्रा और याशी जैन ने मिसाल कायम की है। एक ऐसी मिसाल की जब कोई भी बेटा भविष्य के निर्माण के लिए कदम घर से बाहर रखेगा तब माता-पिता उससे कहेंगे बेटा कुछ बनना तो प्रशांत मिश्रा जैसा मुकाम हासिल कर बनना। वैसे ही जब कोई बेटी घर से बाहर कदम रखे तो याशी के पिता अखिलेश जैन जैसे ही वह माता-पिता भी अपनी बेटी से विश्वास के साथ कह सके की बेटी याशी जैन जैसा बनना और आने वाली पीढ़ी के लिए मिसाल कायम करना। मैं खुद यह लेख लिखते समय गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। रौंगटे खड़े हो रहे हैं। लगता है इस उपलब्धि को सबको जा-जा कर बतलाऊं। मैने अपने बेटे स्वराज और अभिराज को कहा कि बेटा प्रशांत मिश्रा और याशी जैन के बाद मैं तुम्हारा नाम ऐसे सुनहरे अक्षरों से लिखा हुए इतिहास में देखना चाहता हूं। मेरे विचार से आज रायगढ़ सहित पूरे छत्तीसगढ़ के माता-पिता अपने बच्चों से यही कह रहे होंगे। प्रशांत मिश्रा भाई साहब के लिए क्या कहूं पिछले दिनों ही उनके आवास पर जब आगमन हुआ तो उनसे बातचीत पर तब भी गर्व हुआ था उनका परिवार मेरे परिवार का रामगुड़ी पारा में पड़ोसी रहा है। मेरे बड़े भाई नटवर और विनोद उनके स्कूल के दिनों के साथी रहे हैं। बचपन से लेकर अभी तक का उनका व्यवहार वहीं सौम्य और दूसरो को सम्मान देने वाला रहा है। जो आंध्रप्रदेश के हाईकोर्ट के प्रधान न्यायाधीश बनने के बाद भी वही नजर आया। व्यक्तित्व वही होता है जो उच्चतम ऊंचाई पर जाने के बाद भी जमीन पर रहकर व्यवहार नजर आता है। प्रशांत भैया आपको सादर प्रणाम और मेरे और पूरे परिवार की तरफ से साथ ही संपूर्ण जिले की तरफ से बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। जहां आज प्रशांत मिश्रा युवाओं के लिए प्रेरणापुंज बने है वहीं दूसरी ओर याशी जैन उभरती हुई युवा आईकॉन जो आज बेटियों के लिए प्रेरणापुंज बन गई है। जब भी याशी के पिता अखिलेश तथा याशी से विभिन्न कार्यक्रमों में मुलाकात हुई तो उसके अंदर आगे बढऩे का जज्बा नजर आता था। उसके माता-पिता को नमन। जिन्होंने रूढि़वादी समाज में भी अपनी बेटी को आसमान की ऊंचाई पर जाने के लिए प्रेरित किया। रायगढ़ की बेटी याशी जैन को माऊंट एवरेस्ट की विजय पर गर्विली बधाई और शुभकामनाएं। आज नि:संदेह प्रशांत मिश्रा जी के पिता स्व. बी.डी. मिश्रा एवं माता स्वर्ग से बेटे की उपलब्धि पर गर्व कर आशीर्वाद दे रहे होंगे। उनके बड़े भाई डॉ. प्रकाश मिश्रा एवं बहन प्रीति मिश्रा सहित पत्नी एवं पूरा परिवार प्रसन्नता से गद्गद् एवं आल्हादित होगा। मैं उम्मीद करता हूं कि आज प्रशांत मिश्रा एवं याशी जैन हर बेटा एवं बेटी के लिए ऐसी प्रेरणापुंज बन गए है कि आनेवाले समय में वे सभी ऐसी ही मेहनत, समर्पण, विश्वास, मिसाल बनने की प्रेरणा आदि के साथ जबरदस्त सफलता हासिल करेंगे और मिसाल के रूप में प्रशांत मिश्रा और याशी जैन की तरह सदियों तक याद किए जाएंगे। भूल-चूक लेनी-देनी के साथ एक बार पुन: प्रशांत मिश्रा जी और याशी जैन को नमस्कार सहित बहुत-बहुत बधाई के साथ रायगढ़ जिले को गौरव दिलाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

प्रेरणा लेने वाला
रामचन्द्र शर्मा
नागरिक
रायगढ़ छ.ग.

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