जमा पैसों से घर जाने खरीद ली सायकल…लॉक डाउन के बीच 300 किमी का सफर तय कर रायपुर से कोरिया पहुंचे बेबस मजदूर.. जाना है बिहार..राज्यमंत्री गुलाब कमरो ने ली सुध…
लॉक डाउन के दौरान घर से बाहर फंसे मजदूरों की परेशानी किसी भी प्रकार से कम होती नजर नहीं आ रही है। हालात यह है कि मजदूर खाने-पीने और रहने की दिक्कतों की वजह से घर लौटने को मजबूर है। कुछ इसी प्रकार ऐसे ही मजदूरों का समूह रविवार को लंबा सफर तय कर सायकल से घर जाते हुए कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ में सड़कों पर दिखाई दिया। गाड़ियों के साधन नही चलने के चलते परिवार तक पहुंचने की चिंता में ये मजदूर अपने भविष्य के लिए जमा पैसों में से लॉक डाउन के बीच किसी तरह सायकल खरीदकर उसी से घर जाने को निकल पड़े।
बताया जाता है कि रायपुर के सिलतरा में एक कम्पनी में बिहार के छपरा से काम करने गए पैंतीस मजदूर गए हुए थे। इन मजदूरों को लॉक डाउन के दौरान 22 मार्च के बाद से अब तक कोई पैसा नही मिला। वहीं मध्यप्रदेश के जैतहरी के एक प्लांट में काम करने झारखंड के गढ़वा से आठ मजदूर गए हुए थे। जिस काम के लिए ये मजदूर गए थे, उस प्लांट का काम शुरू नही हुआ। इन सभी मजदूरों को भोजन और रहने की दिक्कत हो रही थी। मजबूरी में सभी सायकल खरीद कर घर के लिए ये मजदूर खाने पीने की चिंता किए बगैर निकल पड़े। रायपुर से 3 सौ किलोमीटर की दूरी सायकल से तय कर मजदूर मनेन्द्रगढ़ पहुँचे। इन मजदूरों को आगे 5 सौ किलोमीटर का सफर और तय करना है।
राज्यमंत्री गुलाब कमरो ने की आर्थिक मदद
सड़क किनारे पेड़ के नीचे रुके इन मजदूरों की जानकारी मिलने पर इलाके के विधायक व राज्यमंत्री गुलाब कमरो उनसे मिलने पहुंचे व सारी जानकारी ली। विधायक ने इन्हें आर्थिक सहयोग कर आगे भेजे जाने के लिए कलेक्टर से भी बात की है।