मुझ पर अपनी माटी का कर्ज, यहीं से सब कुछ सीखा और काबिल बना
मर्रा में राज्य स्तरीय स्कूल प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चों को तिलक लगाकर और मुंह मीठा कर दिलाया प्रवेश, साथ में बैठकर खाया मध्याह्न भोजन भी
दुर्ग। मुझ पर अपनी माटी का कर्ज है। बेलौदी और मर्रा जहां पर मैंने सब कुछ सीखा। इस धरती ने, यहां के गुरुजनों ने ज्ञान देकर मुझे सामथ्र्य दिया और काबिल बनाया। आज इस स्कूल में इतने सारे नवाचार होते देख रहा हूँ तो मुझे बहुत खुशी हो रही है। गुणवत्तायुक्त और सर्वसुलभ शिक्षा के क्षेत्र में पूरी शक्ति के साथ काम करना है। यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मर्रा उच्चतर माध्यमिक शाला में राज्य स्तरीय प्रवेशोत्सव के मौके पर कही। उन्होंने अपने स्कूली दिनों को भी याद किया। उन्होंने बताया कि बेलौदी और मर्रा के बीच दो नाले हैं। उस समय कच्ची सड़क भी नहीं थी। खेतों की मेड़ों से पार होकर आना होता था और बरसात के समय यह बड़ी चुनौती होती थी। भरका अर्थात छोटे-छोटे कीचड़ भरे गड्ढों से निकलना होता था। कई बार फिसल भी जाते थे। फिर भी लगन से स्कूल पहुंच जाते थे। सुबह ठाकुर सर के पास गणित पढऩे चार किमी बेलौदी से आता था और फि र वापस बेलौदी। इसके बाद स्कूल फिर आ जाते थे। उन दिनों हम लोग स्कूल में केवल पढ़ाई नहीं करते थे, बागवानी आदि की ट्रेनिंग भी करते थे। मुख्यमंत्री ने कबीर का दोहा गुरु गोविंद दोऊ खड़े, उद्धत करते हुए कहा कि माता-पिता और गुरुजन जो संस्कार देते हैं वो हमेशा काम आता है। उन्होंने कहा कि पाटन में हमेशा शिक्षा के प्रति गहरी जागरूकता रही है। मर्रा का स्कूल शिक्षा आंदोलन का परिणाम ही था। शिक्षा का प्रकाश सब तक फैले, इसलिए यह विद्यालय आजादी से पूर्व आरंभ किया गया था। स्कूल शिक्षा विभाग ने यहां राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव कराने का जो निर्णय लिया, उसे मैं अच्छी पहल मानता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की आवाज हमने दिल्ली में भी उठाई है। नीति आयोग की बैठक में हमने प्रदेश की तरक्की के लिए, लोगों की बेहतरी के लिए आवश्यक प्रस्ताव रखे हैं। हम लोग समग्र विकास के लिए काम कर रहे हैं इसलिए ही हमने नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी की पहल की। केवल शासकीय प्रयासों से यह सपना मूर्त रूप नहीं लेगा। इसे जनांदोलन के रूप में अपनाना होगा, मुझे यकीन है कि सामूहिक प्रयासों से हम अपनी पारंपरिक पद्धति की ओर वापस आएंगे और अपने प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे महापुरुषों गांधी और विनोबा ने सुराजी ग्राम का जो सपना देखा था, उसे पूरा करने की दिशा में हम काम कर रहे हैं। माडल गौठान बनाये जा रहे हैं। जितनी सक्रियता से गौठान समिति कार्य करेगी, उतना ही अच्छा परिणाम गांव को मिलेगा। इस मौके पर बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा, पूर्व विधायक श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर, पूर्व विधायक भजन सिंह निरंकारी एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। इस अवसर पर आईजी हिमांशु जोशी, कमिश्नर दिलीप वासनीकर, डीआईजी रतनलाल डांगी, कलेक्टर अंकित आनंद, एसपी प्रखर पांडे, संचालक लोक शिक्षण एस. प्रकाश, संचालक एससीईआरटी पी. दयानंद एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
घोषणाएं जो हुईं-
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम मर्रा में नलजल योजना, प्रतीक्षालय एवं मिनी स्टेडियम की घोषणा की। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने स्कूल में अतिरिक्त कक्ष, खेल के लिए अधोसंरचना और लाइब्रेरी के लिए वित्तीय मदद की घोषणा की।