खुमान साव- मस्तुरिया ने पुरस्कार नहीं, लोगों के दिलों को जीता- चौहान
हिन्द सेवा शक्ति संगठन ने दी श्रद्धांजलि
दक्षिणापथ, दुर्ग। छत्तीसगढ़ के संगीत सम्राट खुमान साव एवं जनकवि लक्ष्मण मस्तुरिया की स्मृतियों को अक्षुण्य बनाए रखने मानस भवन में श्रद्धांजली सभा का आयोजन किया गया। हिन्द शक्ति सेवा संगठन छत्तीसगढ़ प्रांत द्वाराआयोजित कार्यक्रम में लोक कलाकारों ने अपने गीत-संगीत के जरिए समां बांधा। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने दोनों गीतकारों खुमान साव एवं लक्ष्मण मस्तुरिया के छत्तीसगढिय़ा संगीत के अविस्मरणीय योगदान का उल्लेख किया। समाजसेवी केएस चौहान ने लोक संगीत को बढ़ावा देने में स्व. खुमान साव की भूमिका की सराहना की। उन्होने कहा कि चंदैनी गोंदा की स्थापना छत्तीसगढिय़ा लोककला का एक अध्याय है। वहीं अपनी मीठी आवाज से लोगों का दिल जीतने वाले स्व. लक्ष्मण मस्तुरिया के गीत सदैव यादगार रहेंगे। उन्होने सर्वहारा वर्ग की वेदना को गीतों के माध्यम से प्रकट की है। श्री चौहान ने कहा कि स्व. साव व मस्तुरिया ने पुरस्कार नहीं लोगों के दिलों को जीता है। वे लोक कलाकार से ज्यादा सामाजिक कार्यकरता थे। श्रद्धांजली सभा में विभिन्न लोक कलाकारों एवं संस्थाओं द्वारा मंचीय प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में वरिष्ठ लोक कलाकारों ने स्व. साव व स्व. मस्तुरिया के साथ बिताए लम्हों का जिक्र किया।