
छत्तीसगढ़ की एक महिला टीचर अनुपा दास बनी केबीसी सीजन 12 की तीसरी करोड़पति…
मुंबई : तालियां बजती रहनी चाहिए 42 वर्षीय विनम्र और पक्के इरादों की शिक्षिका अनुपा दास के लिए…जिन्होंने कौन बनेगा करोड़पति में बड़ी कुशलता से एक के बाद एक सवालों के जवाब दिए और इस सीजन की तीसरी करोड़पति बन गईं। छत्तीसगढ़ के एक सरकारी स्कूल की टीचर अनुपा की खुशी उस वक्त सातवें आसमान पर पहुंच गईं और उनकी आंखों में आंसू भर आए, जब शो के मेगा होस्ट अमिताभ बच्चन ने एक करोड़ वाले सवाल के उनके जवाब पर कहा – ‘सही जवाब!’
इतनी बड़ी रकम जीतकर उत्साहित अनुपा ने कहा, “सच कहूं तो मुझे यह सब एक सपना लगता है। मैं कभी सपने में भी नहीं सोच सकती कि मैं इस शो में आऊंगी और हॉट सीट पर बैठकर अमित जी के साथ गेम खेलूंगी। यह मेरे लिए जिंदगी बदल देने वाला अनुभव है। जब मैं घर वापस जाऊंगी और लोग मुझसे मेरे अनुभव के बारे में पूछेंगे तो मुझे नहीं पता कि मैं क्या कहूंगी। यह बिल्कुल एक सपने की तरह है, जो अविश्वसनीय लगता है। मेरा मानना है कि कौन बनेगा करोड़पति में आकर मेरी सारी प्रार्थनाएं स्वीकार हो गईं।“
दिसंबर 2019 में अनुपा की जिंदगी में एक बड़ा मोड़ आया, जब उनकी मां को स्टेज 3 का कैंसर बताया गया और फिर वो अपनी मां का इलाज कराने छत्तीसगढ़ से मुंबई आ गईं। मुंबई में संघर्ष करते हुए उनके परिवार को भारी तकलीफ झेलनी पड़ी, लेकिन अनुपा खुद को लकी मानती हैं कि उन्हें इस मुश्किल दौर में मुंबईवासियों का प्यार और विनम्रता अनुभव करने का मौका मिला। केबीसी में यह रकम जीतकर अब अनुपा अपनी मां के कैंसर का इलाज का खर्च उठा पाएंगी जिससे उनकी यह जीत और भी खास हो जाती है। अनुपा विश्वास की शक्ति में यकीन रखती हैं।
एक असफल शादी और अपनी मां के कैंसर समेत अनेक निजी संघर्षों का सामना करने के बाद देखिए अनुपा किस तरह केबीसी के जरिए खुद के और अपने परिवार के भविष्य की दिशा बदलती हैं। इस शो में अनुपा की जीत एक औरत की सकारात्मक कहानी दर्शाती है, जो वक्त के इम्तेहान से गुजरकर अपने दृढ़ निश्चय और पक्के इरादों के साथ आगे बढ़ती रही। केबीसी एकमात्र ऐसा टेलीविजन शो है, जिसे वो देखती हैं। अनुपा अपने विद्यार्थियों को भी केबीसी देखने की सलाह देती हैं क्योंकि उनका मानना है कि इससे उनके ज्ञान की शक्ति बढ़ेगी, जिससे इस देश की दिशा बदल सकती है।