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तेलंगाना के गोदावरी और कावेरी लिंक परियोजना के लिए एनओसी देने पर लेंगे जल समाधि -सकनी

दक्षिणापथ, बीजापुर। जेसीसीजे जिलाध्यक्ष सकनी चन्द्रिया ने पत्रकारवार्ता के दौरान कहा कि तेलंगाना की सरकार द्वारा राज्य सरकार से गोदावरी (इनचमपल्ली-जानमपेटा) कावेरी लिंक परियोजना के लिए दो दिन पूर्व अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगा है, यदि राज्य सरकार द्वारा इस परियोजना के लिए तेलंगाना सरकार को अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया जाता है तो जेसीसीजे द्वारा उग्र आदोंलन करने के लिए बाध्य हो जायेगी, जरूरत पढऩे पर जेसीसी जिलाध्यक्ष सपत्नीक जल समाधि ले लेंगे मगर इस परियोजना को नही बनने देंगे।
सकनी ने आगे कहा कि जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने मुख्यमंन्त्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है कि ऐतिहासिक जनादेश मिलने के बावजूद अगर आपको इस पत्र के माध्यम से जो जानकारी वे दे रहे है, अगर उसका आधा भी मुख्यमंन्त्री जी के संज्ञान में है, तो अमित जोगी उनके विरुद्ध आरोपो को स्वम खारिज करते हुए मुख्यमंन्त्री जी से काफी मांगेंगे। अमित जोगी ने आगे लिखा है कि नरेंद्र मोदी की एनडीए सरकार द्वारा स्थापित राष्ट्रीय नदी विकास प्राधिकरण ने गोदावरी कावेरी लिंक परियोजना को अपनी सैद्धान्तिक सहमति दे दी है। यह सहमति 7.8.78 को गोदावरी वाटर डिस्प्यूट ट्राइब्यूनल द्वारा पारित अवार्ड से बिल्कुल विपरीत है । इस अवार्ड के अंतर्गत केवल तेलंगाना के करीमनगर और छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले को जोडऩे की अनुमंती प्रदान की गई थी। जिडब्लूडीटी द्वारा 12 अलग अलग अवार्ड 19.12.1975 (जी 1 से जी 2 )पारित किए गए थे, जिसके अंतर्गत कोटपाड़ से भद्राकाली तक इंद्रावती -गोदावरी बेसिन में छत्तीसगढ़ (बस्तर) में 233 किलोमीटर की लंबाई में बहती इंद्रावती नदी से प्रतिवर्ष 273 टीएमसी पानी की अनुमति 9 वृहद परियोजनाओं-बोधघाट, कुटरू क्रमांक 1-2, भोपाल पटनम क्रमांक 1-2, निबरा-कोटरी, नूपुर क्रमांक 1-2, मटनार और चित्रकोट के माध्यम से प्रदान की गई थी। इसमें मात्र बोधघाट परियोजना के लिए 1980 तक 180 करोड़ खर्च हो चुके थे किंतु तथाकथित पर्यावरण लाबी और वामपंथियों के अनुचित और हास्यास्पद विरोद जैसे कि बिजली निकलने के बाद पानी का उपयोग सिंचाई में नही हो सकता के कारण राज्य सरकार को बीच मे ही छोडऩा पड़ा। जिस 247 टीएमसी पानी पर बस्तरवासियों का प्रथम अधिकार है, उसे तेलंगाना खुद के उपयोग में लाना चाहता है। यदि बघेल सरककर इस बारे में विचार भी करती है तो ये अक्षम्य होगा।

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