
बड़ी खबर:: देर रात हाथी ने मचाया तांडव सोच के लिए निकले युवक को कुचला एक बालिका गंभीर… लोगों ने भागकर बचाई जान फसलों का हुआ नुकसान… हाथी की तलाश में जुटा वन अमला…
शमरोज खान सूरजपुर ब्यूरो
सूरजपुर जिले के प्रतापपुर क्षेत्र में देर रात अचानक पहुंचे एक हाथी ने गांव में जमकर तांडव मचाया,उसके हमले में घायल के युुुवक की जहां इलाज के दौरान मौत हो गई वहीं गम्भीर रूप से घायल बालिका का इलाज जिला अस्पताल अम्बिकापुर में चल रहा है।मामला प्रतापपुर के ग्राम पंचायत हरिहरपुर का है जहां कई लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई,घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत है।
मिली जानकारी के अनुसार हरिहरपुर की एक बस्ती में रात 1 बजे करीब अचानक एक हाथी पहुंच गया था जिसने कई लोगों पर हमला करने के साथ फसलों को नुकसान पहुंचाया।उसके हमले में गंभीर रूप से घायल एक अधेड़ की इलाज के दौरान मौत हो गई वहीं गम्भीर रूप से घायल बालिका का इलाज मेडिकल अम्बिकापुर में चल रहा है।मिली जानकारी के अनुसार 45 वर्षीय मृतक चंद्रमोहन दुबे पिता दिवाकर दुबे रात 11.30 बजे करीब शौच के लिए घर से बाहर निकला था।जब वह वापस आ रहा था कि घर के पास कटहल पेड़ के निचे हाथी खड़ा था जो रात के अंधेरे में दिख नहीं रहा था।हाथी ने जैसे ही चंद्रमोहन दुबे को देखा और दौड़ाने लगा और उसके घर में घुसने से पहले ही हाथी ने उसे दबोच लिया और जांघ के पास पैर से कुचल दिया।अपनी जान बचाने चंद्रमोहन चिल्लाने लगे और आवाज सुनकर उसकी पत्नी घर से बाहर आई तो हाथी छोड़कर भाग चुका था।पत्नी के हल्ला करने पर गांव के अन्य लोग वहां आ गए और प्रतापपुर से एम्बुलेंस बुला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल अम्बिकापुर रिफर कर दिया गया।मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह 10 बजे करीब इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।इससे पहले रेंजर प्रतापपुर श्री मिश्रा व अन्य हॉस्पिटल पहुंच गए थे और पूरी प्रक्रिया के बाद शव को उसके गृहग्राम ला रहे हैं।
बताया जा रहा है कि हाथी ने रात में जमकर तांडव मचाया था,एक और बालिका उसके हमले में गम्भीर रूप से घायल हो गई है और कइयों ने भागकर जान बचाई,फसलों को भी नुकसान पहुंचाया।इन घटनाओं को अंजाम देने के बाद हाथी रात में ही गायब हो गया,इससे पहले वह गांव में भी नहीं था और अचानक बस्ती के करीब आ गया था।हाथी कौन सा है इसकीं जानकारी भी नहीं मिल पाई है,बरहाल गांव में दहशत की स्थिति बनी हुई है और उसके फिर आ धमकने का डर बना हुआ है।
चार बच्चो का था पिता,भरण पोषण की चिंता…
मिली जानकारी के अनुसार मृतक चंद्रमोहन तांत्रिक था और पूजा पाठ के साथ थोड़ी बहुत खेती बाड़ी करता था,हरिहरपुर में वह अपनी बीबी व चार बच्चों के साथ रहता था,बच्चे काफी छोटे हैं जिनमें तीन लडकिया हैं। परिवार के भरण पोषण का वही एकमात्र सहारा था और परिवार के सामने इसकीं समस्या खड़ी हो गई है।बताया जा रहा है कि मृतक रात 12 बजे के बाद पूजा पाठ करता था और इससे पहले नियमित रूप से शौच के लिए जाता था और आकर स्नान करता था।
शादी में मेहमान बनकर आई थी घायल बालिका,एक रस्म के लिए गई थी पानी लेने..
रात को हाथी के हमले में घायल बालिका 17 वर्षीय सुमन चेरवा चिरमिरी से हरिहरपुर में एक रिशेतदार के यहां शादी मवन शामिल होने आई थी।मिली जानकारी के अनुसार रात में शादी के दौरान रास ढोढ़ी नाम की एक रस्म होती है और इसी के लिए वह अन्य लोगों के साथ घर के बगल में पानी लेने गई थी।वे ढोढ़ी के पास पहुंच भी नहीं पाए थे कि अंकेले घूम रहा हाथी अचानक आ पहुंचा,बाकी लोग तो हाथी कक देख भागने में सफल हो गए लेकिन सुमन उसके चपेट में आ गई और हाथी ने उसे सूंड से उठाकर दूर फेंक दिया।जानकारी मिलने के बाद गांव के लोग वहां पहुंच गए और देखा कि सुमन घायल अवस्था में पड़ी है व हाथी भाग चुका है।हाथी के हमले में सुमन का हाथ टूट गया था और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आईं थीं।परिवार के लोग उसे तुरंत प्रतापपुर हॉस्पिटल लागये और फिर जिला अस्पताल अम्बिकापुर ले गए जहां उसका इलाज चल रहा है।बताया जा रहा है कि हाथी चंद्रमोहन दुबे वाली घटना को अंजाम देने के बाद यहां आया था।