
ड्यूटी के बाद बच्चों से मिलने निकला आरक्षक हुआ हादसे का शिकार…की… बीबी-बच्चों का रो-रो कर हुआ बुरा हाल…
सूरजपुर से शमरोज खान
अपनी ड्यूटी पूरी कर दूसरे दिन के कार्यो को निपटाने तथा बच्चो से मिलने की आस लिए एक आरक्षक 60 किमी का सफर तय कर अपने घर के सामने तक तो पहुँच गया पर बदनसीबी ऐसी की बच्चो की एक झलक पाने से पहले ही वो एक हादसे का शिकार हो कर हमेशा हमेशा के लिए अपने परिवार से लिए दूर हो गया और पानी निकासी के लिए बनाई गई नाली में गिर जाने से उसकी मौत हो गई है। घटना यहां पर्री स्थित पुलिस लाईन में बीती रात हुई है। घटना के संदर्भ में बताया गया है कि जिले के रामकोला थाना में पदस्थ आरक्षक 38 वर्षीय शिवप्रसाद एक्का की डियूटी शनिवार को प्रतापपुर में आयोजित किसान आंदोलन के समर्थन में आयोजित चक्का जाम के लिए लगाई गई थी। जहां से डयूटी पूरी कर शिवप्रसाद शनिवार की रात को यह सोच कर पुलिस लाईन स्थित अपने क्वाटर आया था कि वह रात में अपने बच्चों से मिल लेगा और रविवार को चांदमारी के पश्चात रामकोला चला जायेगा। परन्तु शिवप्रसाद को क्या मालूम था कि यह 60 किमी का सफर उसका आखिरी सफर होगा और बच्चो से मिलने की आस हमेशा हमेशा के लिए उसके साथ चली जायेगी। आरक्षक शिवप्रसाद शाम को अपने घर के सामने पहुंचा और बाईक खड़ी कर घर के अंदर जाने से पहले कालोनी के पीछे लघुशंका के लिए गया था। जहां पैर फिसल जाने के कारण वह कालोनी के पानी निकासी हेतु बनाई गई नाली में मुंह के बल जा गिरा। जिसके कारण उसके सिर में चोटें आई थी और चेहरा पानी व कीचड़ में फंस गया । जिससे उसकी मौत हो गई।
इस बात की जानकारी रात को उस वक्त लगी जब कालोनी के अन्य लोग उस तरफ टहलने के लिए निकले थे। तभी उन्हें नाली के ऊपर शरीर का हिस्सा दिखा। जब पास में जाकर देखा तो शिवप्रसाद ओंधे मुंह पड़ा था। जिसकी सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को दी गई और उसे अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रविवार को पीएम आदि के पश्चात आरक्षक के शव को उसके गृहग्राम लुंड्रा के ग्राम लमगांव कोट भिजवाया गया है। बताया गया है कि मृतक के तीन छोटे छोटे बच्चे है। हादसे के बाद से बच्चो व पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है।