
मरीजों और मुर्दो, दोनों के लिए नहीं है जगह – अमित…जोगी ने सर्वदलीय बैठक में अनेक सुझाव दिए, सवाल भी खड़े किए.. स्वास्थ्य मंत्री को नहीं बुलाने पर अमित जोगी ने जताई आपत्ति…सरकार में समन्यव की कमी, खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है – अमित…
कोरोना को लेकर गम्भीर नहीं है सरकार, भारत सरकार करें सीधे हस्तक्षेप – अमित
मरीजों और मुर्दो, दोनों के लिए नहीं है जगह – अमित
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का करें कोविड मरीजों के लिए उपयोग, 15000 बिस्तरों का तैयार करें अस्थायी अस्पताल
45 से उम्र को वैक्सीन नहीं वहीं काँग्रेस विधायक को लगाई जाती है वैक्सीन, सरकार में वीआईपी कल्चर हावी
महामहिम और मुख्यमंत्री घर से सभी दल के नेता भौतिक रूप से बैठक में लिए भाग, सरकार पर दोहरी राजनीति का आरोप
रायपुर , छत्तीसगढ़ , 15 अप्रैल 2021। सुनामी की तरह बढ़ते कोरोना मामले में आज महामहिम राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उईके और राज्य के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सर्वदलीय बैठक ली। जिसमें जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने भाग लेते हुए अनेक सुझाव दिए और सरकार के कार्यप्रणाली पर अनेक सवाल भी खड़े कर दिए। अमित जोगी ने कहा आज यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार कोरोना के मामले में गंभीर नहीं है, प्रदेश में भारी स्वास्थ्य का संकट छाया हुआ है और सर्वदलीय बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ही नहीं है, उनको क्यों बैठक में क्यूँ नहीं बुलाया गया ? जब उनके विभाग के बारे में चर्चा होनी थी , उन्हें ही नहीं बुलाया गया।
अमित जोगी ने कहा सरकार में समन्वय का अभाव है और उसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है । अमित जोगी ने नया राजधानी स्थित अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को अस्थायी कोविड अस्पताल बनाने की मांग करते हुए कहा। जब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटरों के लिए अरबों रुपए खर्च कर बबल जोन बनाया जा सकता है तो कोरोना के मरीजों के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का उपयोग कोविड मरीजों के लिए क्यूँ नहीं लाया जा सकता है जबकि वहां पर 15000 बिस्तर आराम से लगाया जा सकता हैं।
अमित जोगी ने कहा देश के अखबारों में यह प्रमुख रूप से प्रकाशित रहा है कि छत्तीसगढ़ में मरीजों के लिए जगह नहीं है अब मुर्दों के लिए भी जगह नहीं है, स्थिति भयावह हो गई है इसलिए मैं यह मांग करता हूं कि भारत सरकार इस मामले अब सीधे हस्तक्षेप करें, राज्य सरकार के बस की बात नहीं रह गई है क्योंकि एक तरफ तो छत्तीसगढ़ की सरकार आत्मनिर्भर होने की बात करती है वहीं दूसरी तरफ भारत सरकार, भारत सरकार कहती रहती है । स्थिति गम्भीर बनी हुई है तत्काल केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए।
अमित जोगी ने सरकार पर वीआईपी कल्चर अपनाने का आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि एक तरफ प्रदेश में 45 साल से कम उम्र के लोगों के लिए वैक्सीन नहीं है। वहीं 45 से कम उम्र की कांग्रेस विधायक को टीका लगाया जाता है।
अमित जोगी ने वर्चुअल बैठक सभी दल के नेताओं को भौतिक रूप से बुलाए जाने पर भी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा में मुख्यमंत्र अपने घर में रहकर और माननीय राज्यपाल अपने घर से वर्चुअल बैठक में भाग लेते है जबकि दोहरी नीति अपनाते हुए सभी दल के नेताओं को संक्रमित करने के लिए बुलाया गया।