
केंद्र सरकार द्वारा रासायनिक उर्वरक खाद के रेट बढ़ाये जाने से किसानों को पड़ेगी दोहरी मार-प्रकाश नायक
रायगढ़ से शशिकांत यादव
रायगढ़-/-केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा रासायनिक उर्वरक खाद के रेट बढ़ाये जाने के फ़ैसले को गलत ठहराते हुए रायगढ़ के युवा विधायक प्रकाश नायक ने इसे वापस लेने की माँग की हैं।केंद्र सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ेगी।विधायक ने इसे किसान विरोधी निर्णय बताते हुए इसे तत्काल वापस लेने केंद्र सरकार से आग्रह किया हैं।
रायगढ़ विधायक श्री नायक ने आज एक बयान जारी कर कहा कि इस कोरोना काल में जहाँ छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार किसानों को राहत देने की कोशिश कर रही है वहीं केंद्र की भाजपा सरकार इन किसानों को दोहरी मार झेलने के लिए मजबूर कर रही हैं।वर्तमान में पूरे देशभर के किसान कोरोना संकट से जूझते हुए केंद्र सरकार से राहत पाने की उम्मीद में बैठे हैं,वहीं सरकार उन्हें राहत देने के बजाय परेशानी उठाने के लिए मजबूर कर रही है।इसका ताज़ा उदाहरण केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा रासायनिक उर्वरक खाद के रेट बढ़ाये जाने के रुप में देखा जा सकता हैं।विधायक ने आगे कहा कि वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा रासायनिक उर्वरक खाद डीएपी रवि सीजन 2020-21 में 1200 रुपये प्रति बोरा उपलब्ध कराया गया था जबकि खरीब सीजन 2020-21 में इसे बढ़ाकर 1900 रुपये प्रति बोरा कर दिया गया हैं।डीएपी रासायनिक खाद के मूल्य में एकाएक 58%की वृद्धि कर दिए जाने से किसान हैरान होने के साथ-साथ चिंतित भी हैं।उन्होंने आगे कहा कि डीएपी के साथ-साथ अन्य रासायनिक उर्वरक खाद के रेट में भी वृद्धि की गई है।जैसे कि एनपीके खाद किसानों को 1185 रुपये के बजाय अब 1747 रुपये प्रति बोरा खरीदना पड़ेगा।सिंगल सुपर फास्पेट का कीमत 850 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये प्रति बोरा कर दिया गया है।रायगढ़ विधायक ने कहा कि उर्वरक रासायनिक खाद के कीमतों में इस तरह के बढ़ोतरी किये जाने से किसानों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।किसान हित को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार को उर्वरक रासायनिक खादों के दामों में की गई बढ़ोतरी को वापस लेना होगा।