
होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को अब अस्पताल शिफ्टिंग के दौरान देना होगा ये जानकारी …. होम आइसोलेशन के दौरान की पूरी मेडिकल हिस्ट्री ……इसलिए लिया गया कलेक्टर द्वारा फैसला पढ़े पूरी खबर
*होम आइसोलेटेड मरीज को अस्पताल शिफ्टिंग के दौरान अपनी आइसोलेशन अवधि के मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी ले जाना होगा साथ*
*कलेक्टर श्री भीम सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के समीक्षा बैठक में दिए निर्देश*
रायगढ़, 21 मई।
कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कोरोना संक्रमण को लेकर गत दिवस स्वास्थ्य विभाग तथा कोविड अस्पताल संचालकों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक ली। कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में कोरोना प्रबंधन से जुड़े विभिन्न मुद्दों की गहन समीक्षा की। उन्होंने सर्वप्रथम होम आईसोलेशन मॉनिटरिंग की समीक्षा करते हुये कहा कि स्वास्थ्य विभाग की गाईड लाईन के अनुसार ही होम आईसोलेशन दिया जाना है। जो मरीज क्राइटेरिया में नहीं आते उन्हें अस्पताल में शिफ्ट करके इलाज करना है। होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों का नियमित फालोअप करना है। जिससे मरीज का ऑक्सीजन लेवल गिरे या उसकी स्थिति बिगड़े तो तत्काल उसे अस्पताल शिफ्ट किया जा सके।
कलेक्टर श्री सिंह ने होम आईसोलेशन टीम से कहा कि आईसोलेशन में रह रहे मरीजों को नियमित रूप से ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल टेम्परेचर तथा पल्स रीडिग की दिन में चार बार रीडिंग लेकर जानकारी रखनी है तथा मरीज यदि अस्पताल शिफ्ट होता है तो यह जानकारी वाली शीट साथ में लेकर अस्पताल जाना है जिससे इलाज करने वाले चिकित्सक को मरीज की हिस्ट्री पता चल सके और उसके अनुसार मरीज का इलाज तय किया जा सके।
कलेक्टर श्री सिंह ने पोस्ट कोविड लक्षणों के उपचार के संबंध में पोस्ट कोविड ओपीडी तथा मेन्टल हेल्थ केयर ओपीडी जिला अस्पताल में चलाने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री सिंह ने इस दौरान जिले के कोविड केयर सेंटर में उपलब्ध बेड की समीक्षा की। साथ ही उन्होंने अस्पतालों में वेन्टीलेटर तथा बाईपेप मशीनों की उपलब्धता की भी जानकारी ली। उन्होंने विकासखण्ड स्तरीय कोविड केयर सेंटर में भी बाईपेप मशीन उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। इसके ऑपरेशन संबंधी ट्रेनिंग भी संबंधित अस्पताल स्टाफ को देने के लिये कहा। उन्होंने सभी सीएचसी में 50 बेड हेतु ऑक्सीजन पाईप लाइन लगाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री सिंह ने आने वाली लहर के मद्देनजर जरूरी तैयारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आने वाली लहर के बारे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इससे बच्चे भी प्रभावित होंगे। इसको ध्यान में रखते हुये उनके इलाज से जुड़े आवश्यक प्रबंध पहले से तैयारी रखनी है। इस संबंध में उन्होंने नियोनेटल आईसीयू स्थापित करने की दिशा में भी काम करने के लिये कहा।
कलेक्टर श्री सिंह ने सभी बीएमओ को टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर देने कहा। उन्होंने रिप्रजेन्टेटिव सेम्पल लेने के निर्देश दिये। सभी टेस्टिंग सेंटर में मोबाइल नंबर अनिवार्य रूप से वेरीफाई करने के लिये कहा। इस दौरान उन्होंने टेस्टिंग लैब में मंगायी गई नई मशीनों के इंस्टालेशन की जानकारी ली। उन्होंने लैब के लिये जरूरी सामग्री का पहले से आंकलन करके रखने के निर्देश दिये। उन्होंने तय समय के भीतर टेस्टिंग रिपोर्ट देने के लिये कहा।
इस दौरान एडीएम श्री राजेन्द्र कटारा, सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री आर.ए.कुरूवंशी, नगर निगम आयुक्त श्री आशुतोष पाण्डेय, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर.पी.आदित्य सहित कोविड अस्पतालों के संचालक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बैठक में शामिल हुए।
*स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ नही देने वाले अस्पतालों पर लगेगा 50 हजार जुर्माना*
कलेक्टर श्री सिंह ने स्वास्थ्य योजनाओं के तहत कोविड उपचार में बेड आरक्षित नहीं करने वाले और हितग्राहियों को लाभ नही देने वाले अस्पतालों पर कड़ी नाराजगी जतायी। उन्होंने ऐसे अस्पतालों पर 50 हजार जुर्माना लगाने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए।
*कोरोना मुक्त गांव अभियान*
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि गांवों में संक्रमण की रोकथाम के लिये विशेष प्रयास करने होंगे। इसके लिये कोरोना मुक्त गांव अभियान चलाते हुये जहां केसेस कम है वहां विशेष प्रयास करते हुये गांव को कोरोना मुक्त करने की दिशा में काम करना है। साथ ही जिन गांवों में अधिक केसेस है वहां कंटेनमेंट तथा होम आईसोलेशन नियमों का सख्ती से पालन करते हुये संक्रमण विस्तार को रोकना है।
*ब्लैक फंगस को लेकर बरतें एहतियात*
बैठक के दौरान ब्लैक फंगस म्यूकरमाइकोसिस पर भी चर्चा की गई। इस संबंध में उन्होंने सभी अस्पतालों को जरूरी एहतियात बरतने के निर्देश दिये। साथ ही मरीजों को भी इसके लक्षणों और सावधानियों को लेकर जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि ब्लैक फंगस के मामले सामने आते है तो उसे शासन के निर्देशानुसार इलाज के लिये एम्स रायपुर अथवा सिम्स बिलासपुर रिफर करने के लिये कहा।