मुनगा भगा रहा कुपोषण ..कोरिया में मिल रही जबरजस्त सफलता
कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में जिले में सुपोशण की ओर कदम बढाने सुपोषण ट्री मुनगा अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत जिला कार्यक्रम अधिकारी सी एस सिसोदिया की टीम द्वारा जिले में अधिक से अधिक मुनगा पौधरोपण एवं उसकी पत्तियों, फलों के नियमित सेवन से 300 से अधिक प्रकार के बीमारियों से बचाव व कमजोर बच्चों को स्वस्थ्य करने हेतु एक प्रभावी माध्यम के रूप में उपयोग करने की समझाईश दी जा रही है। जिसके परिणामस्वरूप विमल ने सुपोशण की ओर कदम बढाया है। मुनगा के सेवन से महज दो महीने में ही विमल का वजन 5 किलो ग्राम से 8.950 किलो ग्राम हो गया।
जिले के खोंगापानी नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड न. 56 दफाई में श्रीमती बुद्धेष्वरी का पुत्र विमल कुमार कम वजन की समस्या से ग्रसित था। आंगनबाडी केन्द्र क्रमांक 56 दफाई के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती सुशीला दास द्वारा गृह भेंट कर उन्हें अवगत कराया गया कि आपका बच्चा मध्यम कुपोषण की श्रेणी में है। अभिभावक के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को बताया गया कि बच्चे के वजन को आयु अनुसार सामान्य में लाने के लिए कई चिकित्सकों को दिखाकर मंहगे-मंहगे दवाईयोों का सेवन कराया गया, लेकिन बच्चे के स्वास्थ्य में कोई परिवर्तन नही दिखा।
आंगनबाडी कार्यकर्ता सुषीला दास के द्वारा अवगत कराया गया कि छत्तीसगढ़ शासन, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 06 वर्ष तक बच्चों को सुपोषित बनाने के लिए विविध कार्यक्रम संचालित किये जा रहे है, जिनका लाभ अपने बच्चे को आंगनबाड़ी केन्द्र में नियमित भेजकर प्राप्त किया जा सकता है सुशीला दास द्वारा इस अभियान में शामिल होने हेतु विमल की माॅ बुद्धेष्वरी को प्रेरित किया गया। मुनगा के फायदे की जानकारी प्राप्त कर बुद्धेष्वरी के द्वारा घर में मुनगा पौधा लगाया गया। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के बताये अनुसार बुद्धेष्वरी द्वारा प्रतिदिन 100 ग्राम मुनगा भाजी तैयार कर अलग-अलग समय में विमल को सेवन करया गया। इसके अतिरिक्त आंगनबाड़ी केन्द्र में प्रदायित अतिरिक्त पौष्टिक आहार का सेवन भी किया गया। फलस्वरूम विमल के वजन में सकारात्मक परिवर्तन पाया गया। इस प्रकार सुपोषण ट्री मुनगा अभियान अंतर्गत जिले में और भी मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चे हैं, जो मुनगा के नियमित सेवन से धीरे-धीरे सुपोषित होने की ओर अग्रसर हैं।