
यूनिसेफ और MSSVP ने आयोजित की सरपंचों की कार्यशाला… छत्तीसगढ़ पंच की दी जानकारी…
अनूप बड़ेरिया
बीते शुक्रवार को युनिसेफ के बैनर तले MSSVP की
क्रियान्वयन व्यवस्था मे छत्तीसगढ़ पंच एक दिवसीय ग्राम पंचायत के सरपंचों की कार्यशाला जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर के सभा कक्ष में आयोजित की गई। जिसमें पूरे विकासखंड से लगभग 70 संरपच शामिल हुए। कार्यक्रम में मानव संसाधन संस्कृति विकास परिषद के प्रतिनिधि के रूप में सुनील शर्मा ने सभी सरपंचो को दिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत कर यूनिसेफ के अधिकारी जेसुआ ने छत्तीसगढ पंच का उद्देश्य एवं छत्तीसगढ पंच क्या है, इस पर विस्तृत बात करते हुए जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ पंच यूनिसेफ द्वारा आयोजित कार्यक्रम है, जो छत्तीसगढ के लगभग 22 जिलो में कार्य कर रहा है। यह कार्यक्रम यूनिसेफ एवं छत्तीसगढ शासन के संयुक्त प्रयास से किया जा रहा है। इसमें सभी ग्राम पंचायत के सरपंचों को शामिल किया जायेगा व उनका एक संगठन बनाया जायेगा। संगठन के माध्यम से छत्तीसगढ पंच एक ग्रुप में कार्य करेगा यूनिसेफ मानव संसाधन संस्कृति विकास परिषद के माध्यम से इन्हे सहयोग प्रदान करेगा। मुख्य रूप से छत्तीसगढ पंच का उद्देश्य होगा कि पंचायत में निवास करने वाले बच्चे एवं महिलाओं की आर्थिक सामाजिक स्वास्थ एवं शिक्षा में पंचायत बेहतर कार्य कर सके। जिसमे कुपोषण, बाल विवाह, मानव तस्करी, गर्भवती माताओं को भोजन, स्वास्थ सुविधा आदि समय पर प्राप्त हो सके, महिलाओं की सामाजिक स्थिति में सुधार हो इसके लिए हर ग्राम पंचायत अपने ग्राम सभा में प्रस्ताव पास करें। जिससे उनकी समस्याओं को खत्म कर उद्देश्य को अमलीजामा पहनाया जा सके। यूनिसेफ के अधिकारी जेसुआ ने बताया कि जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर जो ग्राम पंचायत या सरपंच अच्छा कार्य करेंगें उन्हे पुरस्कृत भी किया जायेगा एवं छत्तीसगढ पंच नाम से पत्रिका भी प्रकाशित की जायेगी, जिसमें अच्छे कार्य करने वाले सरपंचो ग्राम पंचायतो का उल्लेख किया जायेगा।

छत्तीसगढ पंच कार्यक्रम में विभागीय योजनाओं की जानकारी के लिए प्रवक्ता के रूप में महिला एवं बाल विकास विभाग से संरक्षण अधिकारी अली अहमद ने बालश्रम, बन्धुआ मजदूरी, कोविड-19 के दौरान जिन बच्चो ने अपने माता-पिता को खो दिया है। उन्हे आश्रय कैसे प्रदान करे, बाल विवाह जैसे अतिसंवेदनशील जैसे मुद्दों पर ग्राम सभा मे बात करने की अपील की व हर ग्राम पंचायत में गठित बाल संरक्षण समिति के साथ बच्चो के हित में कार्य करने की बात कही।
नवा विहान घरेलू हिंसा विषय पर जिला संरक्षण अधिकारी श्रीमती वित्तबाला श्रीवास्तव के द्वारा महिलाओं पर हो रहे अत्याचार हेतु मदद के लिए ग्राम पंचायत सरपंच आगे आये एवं अपने ग्राम पंचायत में महिलाओं के अधिकारो की रक्षा एवं सरंक्षण के लिए कार्य करें।
ग्राम पंचायत में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ मिलकर सरकार के द्वारा महिलाओं के लिए आने वाले योजनओं की जानकारी प्रदान करें। जिससे अधिक से अधिक लोग इसका फायदा ले सकें एंव सभी ग्राम पंचायत अपने ग्राम सभी में प्रस्ताव पास करें कि हमारी ग्राम पंचायत घरेलू हिंसा मुक्त ग्राम पंचायत है सभी सरपंचो का समूह बनाया गया एवं विभिन्न पदाधिकारिेयों की नियुक्ति की गयी। जिसमें मुख्य सलाहकार के पद पर सुखनन्दन, मुख्य संयोजक फुल कुमारी, उप मुख्य संयोजक लक्ष्मी सिह, मिडिया प्रभारी आनंदी कुमारी, कार्यालय प्रमुख राजेश कुमार एवं सदस्य के रूप मे तुलेष्वर सिह, निलेष सिह का सभी सरपंचो के सहमति से चयन किया गया।