
तालाबो के संरक्षण एवम सौंदर्यीकरण हेतु महापौर ने लिया जायजा* *एम आई सी समेत वार्ड पार्षदो की रही उपस्थिति* *एन जी टी के तहत होंगे तालाबो के कार्य-जानकी काट्जू*
रायगढ़ -/-नगर निगम की महापौर जानकी काट्जू एवम एम आई सी मेम्बरों ने तालाब सौंदर्यीकरण के दिशा में विशेष पहल करते हुए शहर के मिट्ठूमुड़ा अंतर्गत वार्डों में जाकर तालाबो का निरीक्षण किया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बारी अंतर्गत तालाबो के संवर्धन एवम संरक्षण के लिये योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है,और उनके मंशानुरूप समस्त जिलों में तालाबो के सौंदर्यीकरण पर जोर दिया जा रहा है उसी क्रम में नगर निगम की महापौर जानकी काट्जू अपने एम आई सी मेम्बर राकेश तालुकदार,शौक़ी बघेल और निगम की टीम के साथ वार्ड क्रमांक 36 ,37 ,38 के क्षेत्रो का निरीक्षण कर वहां के तालाबो का जायजा लिया जिनके जीर्णोद्धार की आवश्यकता दिखी।
वार्ड पार्षद विनोद महेश ने बताया कि हमारे वार्ड में महापौर मैडम एवं नगर निगम टीम का दौरा था वार्ड के दर्री तालाब का निरीक्षण किया गया साथ ही साथ उसमें जो गंदा पानी जा रहा है निस्तारिकरण के लिए योजना बनाया गया है जिसके लिए मैं महापौर मैडम एवं प्रशासन का आभार व्यक्त करता हूं हमारे वार्ड के लोगों को गंदा पानी से तो निजात मिलेगा ही साथ ही स्नान आदि की सुविधा भी मिल जाएगी उम्मीद करता हूं जल्द से जल्द यह कार्य योजना आरंभ हो ।साथ ही साथ वार्ड क्रमांक 37 के मिट्ठू मुड़ा में जो तालाब है उसका भी निरीक्षण किया गया उसका भी बहुत जल्द सौन्दर्यीकरण का कार्य आरंभ होगा। दोनों तालाब के नाम से भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही थी जबकि स्पष्ट रूप से बताना चाहूंगा कि मिट्ठू बड़ा तालाब का ही वृहद स्तर पर सौन्दर्यीकरण होगा आशा करता हूं बहुत जल्द सौंदर्यीकरण का कार्य आरंभ हो जाये।
पार्षद नवधा परदेशी मिरी ने भी सौंदर्यीकरण के साथ तालाबो के संरक्षण की जरूरत बताई उन्होंने बताया कि क्षेत्र से नालों के पानी तालाब में आकर भर जाते है जिससे तालाब प्रदूषित हो जाता है जल्द से जल्द इनके जीर्णोद्धार की दरकार है।
महापौर जानकी काट्जू ने बताया कि आज 36 37 व 38 नम्बर वार्ड गए थे तालाबो के संरक्षण एवम सौंदर्यीकरण का जायजा लिये जिसका कार्य एन जी टी के तहत किया जायेगा तालाबो में पचरी,बाउंड्रीबाल वृक्षारोपण कर सौन्दर्यीकर्ण कर आम जनमानस के लिये उपयोगी बनाई जाएगी।इंजीनियर को स्टीमेट बनाने निर्देशित किया गया है तत्पश्चात उसे राज्य शासन को प्रेषित किया जाएगा।