आखिर कब होगा करबला का भला ? लोगो की आस्था का केंद्र बूढ़ी माई करबला तालाब जूझ रहा अपने अस्तित्व से सालाना लाखो खर्च के बावजूद नतीजा शून्य
रायगढ़-/-शहर में मौजूद आस्था का केंद्र माने जाने वाले करबलला (बूढ़ी माई) तालाब की सफाई व्यवस्था में सालाना लाखो खर्च करने के बावजूद भी इसकी स्थिति न केवल बद से बदत्तर हो चली है। बल्कि वर्तमान में देखा जाए तो यह विलुप्तता की कगार पर है।निगम प्रशासन द्वारा आज पर्यंत इसकी सुव्यवस्था को लेकर कभी गम्भीरता नही दिखाई। जिसका नतीजा साल दर साल इसके क्षेत्रफल में आई कमी है।निगम प्रशासन के गैर जिम्मेदाराना रवैय्ये व उपेक्षा का शिकार हुए इस तालाब को निगम का कचरा डंपिंग यार्ड की संज्ञा दी जाए तो यह कहि से भी अतिसंयोक्ति नही कहलायेगा।
सालाना लाखो खर्च का दिखावा क्यो
गौरतलब हो कि शहर के वार्ड क्रमांक 15 में स्थित बूढ़ी माई तालाब न केवल वर्षो से कई वार्ड के रहवासियों के निस्तारी का एक प्रमुख माध्यम रहा है। बल्कि यहां नगर की देवी बूढ़ी माई मंदिर की वजह से लोगो का आस्था का केंद्र माना जाता है।हालांकि निगम प्रशासन प्रतिवर्ष इस तालाब की सफाई के नाम पर लाखों खर्च का दिखावा तो जरूर करता है। परंतु कुछ ही दिनों में स्थिति ढाक के पात जैसी नजर आती है।न तो तालाब सफाई उपरांत मलबा उठाने की जहमत उठायी जाती है। और न ही यहां कचरा डम्प करने की कोई मनाही है। तो फिर निगम लाखो खर्च कर सफाई का दिखावा कर आमजन के पैसों का ही खुला दुरुपयोग कर रही है। जिसके खर्चे से न तो तालाब की सफाई हो सकी। और न ही आमजन को इसका लाभ मिल सका। तो फिर पैसों का उपयोग किसे लाभ पहुचाने किया जाता रहा है?
तालाब बना नाली निकासी का साधन
विदित हो कि तालाब के किनारे ही कालोनी मौजूद है। जो निगम की कार्यप्रणाली का खुलेआम मज़ाक उड़ा रही है।इसका कारण बिना नाली के ही वर्षो पूर्व कालोनी निर्माण कार्य को लेकर निगम प्रशासन की दरियादिली है। जिसकी वजह से बिना नाली के इस कालोनी में आज भी नाली निकासी का कोई जुगाड़ नही है।हालांकि कुछ वर्ष पूर्व यहां निगम प्रशासन द्वारा कालोनाइजर व अपनी पूर्व की गलतियों को नजरंदाज कर नाली निर्माण की कवायद शुरू की गई थी। जिस कार्य का वर्क आर्डर के साथ कार्य की शुरुआत होने के बावजूद अधूरा रह गया।अलबत्ता वर्षो से कालोनी में बारिश के दिनों होने वाले जलभराव की स्थिति बरकरार है।बहरहाल देखना लाजमी होगा कि निगम प्रशासन फिर लाखो खर्च का दिखावा कर फिजूलखर्ची को बढ़ावा देता है। या फिर तालाब में हो रहे प्रवाहित नाली के पानी को रोकने कोई ठोस कदम उठाती है?
क्या कहते है वार्ड पार्षद
तालाब किनारे कचरा डंपिंग न हो इस संबंध में सफाई अधिकारियों से चर्चा की जाएगी।