
चैतन्या ने 3डी सैटेलाइट और रॉकेट डिज़ाइन प्रतियोगिता में प्रदेश का नाम किया रोशन सात देशों के प्रतिभागियों के बीच बनाई सेमी-फाइनल में जगह
रायगढ़ से शशिकांत यादव
रायगढ़-/-बड़े रामपुर स्थित दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल रायगढ़ बच्चों में मनोरंजक तथा रोचक शिक्षा पद्धति के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता रहा है, चाहे STEM लैब के माध्यम से विज्ञान को प्रयोगों के माध्यम से समझना हो या फिर रोबोटिक्स के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का विजन समझना या फिर कोडिंग क्लास के माध्यम से कंप्यूटर की भाषा सीखना, यह सभी प्रयास बच्चों को 21वीं शताब्दी के जरूरी स्किल विकसित करने के लिए ही किये जाते रहे हैं ।
कक्षा 7 की चैतन्या सिंह परिहार ने जर्मनी और स्कोटलैण्ड के सहयोग से भारत की givemefive.ai द्वारा आयोजित स्पेस उड़ान मिशन में भाग लिया । यह प्रतियोगिता 8 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए आयोजित की गई थी जिसमें 7 देशों के 150 प्रतिभागियों को 3ड़ी सेटेलाइट और रॉकेट डिज़ाइन बनाने के लिए कहा गया था जिसमें चैतन्या द्वारा अपना स्वयं का डिजाइन प्रस्तुत किया गया जिसे हाई ऑक्टेन नाम दिया गया, इस रॉकेट की विशेष बात यह थी कि इसे मंगल ग्रह के सबसे बड़े उपग्रह फोबोस के सतही अध्ययन के लिए बनाया गया था। यह मॉडल तथा इस मॉडल पर चैतन्या का प्रस्तुतिकरण इतना प्रभावी था कि वह इस प्रतियोगिता में सेमीफाइनल तक पहुंची जहां संयुक्त अरब अमीरात की छात्रा को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ ।
विद्यालय की प्राचार्या कैप्टन श्वेता सिंह बताती हैं कि प्रायोगिक तथा वैज्ञानिक शिक्षा देना हमारा प्राथमिक लक्ष्य है, साथ ही साथ हर बच्चे के अंदर छुपी हुई प्रतिभा को पहचानना तथा उसे निखार कर सामने लाना यही हमारा उद्देश्य है। जहाँ देश ही नहीं अपितु 7 देशों के प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हों वहाँ हमारी चैतन्या का सेमीफाइनल तक पहुंचना हमारे रायगढ़ जिले के लिए गौरव की बात है, हमारे विद्यार्थी नित नई ऊंचाइयों को छुएँ यही हमारा एकमात्र लक्ष्य है। उक्ताशय की जानकारी विद्यालय के कंप्यूटर विभाग के प्रभारी प्रतीक सिंह द्वारा दी गई ।