बारिश में भीगते कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप भरी हुंकार …..14 सूत्रीय मांगों के समर्थन में फेडरेशन ने निकाली आक्रोश रैली
रायगढ़ :-
छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन जिला रायगढ़ ने अपनी 14 सूत्रीय मांगों के निराकरण हेतु चरणबद्ध रूप से लड़े जा रहे चरणबद्ध आंदोलन की कड़ी में 3 सितंबर को कलम बंद महाआंदोलन के तहत तेज गिरती बारिश में भीगते हुए सैकड़ों की संख्या में कलेक्ट्रोरेट पहुंच कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कर्मचारी अधिकारी आंदोलन के इतिहास के पन्नों में एक नया अध्याय जोड़ दिया है।उल्लेखनीय है कि, जिला रायगढ़ के तमाम विभागों के कर्मचारी अधिकारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर अपनी पूर्ण सहयोग, समर्पण, समर्थन,व ऊर्जा के साथ इस महा आंदोलन में भाग लिया, और अपनी 14 सूत्रीय जायज मांगों के समर्थन में राज्य सरकार की अनदेखी के विरोध में हुंकार भरी।
बारिश में भीगते हुए सैकड़ों की तादाद में आक्रोश रैली भी निकाली और सरकार को एक सशक्त संदेश दिया कि, प्रदेश के सारे कर्मचारी-अधिकारी अपनी जायज मांगों के पूर्ण होते तक पीछे हटने वाले नहीं हैं।और जरूरत पड़ी तो आगे एक लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। रायगढ़ के मिनी स्टेडियम में धरना स्थल पर सभी कर्मचारी अधिकारियों ने समवेत स्वर में अपनी 14 सूत्रीय मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की। देय तिथि से महंगाई भत्ता की मांग को लेकर फेडरेशन के कर्मचारी अधिकारियों का कहना है कि,”प्रत्येक वर्ष के जनवरी एवं जुलाई माह में केंद्र सरकार द्वारा उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर मंहगाई भत्ता पुनरीक्षित किया जाता है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक की गणना वस्तुओं एवं सेवाओं के एक मानक समूह के औसत मूल्य के आधार पर की जाती है। हाल ही में केंद्र सरकार के कर्मचारियों को लंबित 11% महंगाई भत्ता स्वीकृत करते हुए कुल 28% महंगाई भत्ता दिए जाने की घोषणा केंद्र सरकार द्वारा की गई है।जबकि वर्तमान में प्रदेश के कर्मचारियों को मात्र 12% महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। महंगाई भत्ते में भारी अंतर से कर्मचारी अधिकारियों में भारी आक्रोश है। यदि राज्य सरकार लंबित 16% महंगाई भत्ता की स्वीकृति आदेश जारी नहीं करती ,14 सूत्री मांगों के संबंध में समुचित आदेश जारी नहीं करती है कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन आगामी दिनों में अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिए बाध्य होंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
उल्लेखनीय है कि, प्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शासकीय सेवकों ने दिन-रात परिश्रम किया है। और शासन से उनका हक मिलना अपेक्षित है। कलम बंद महा आंदोलन-धरना प्रदर्शन के इस चरण में आक्रोश रैली निकाल, मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने के आयोजन में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन रायगढ़ के जिला संयोजक डॉक्टर दिनेश पटेल, कार्यकारी संयोजक शेख कलीमुल्लाह सचिव अनिल यादव कोषाध्यक्ष डॉ माधुरी त्रिपाठी,छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गोपाल नायक,संजीव सेठी, छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रति दास महंत प्रांतीय महामंत्री धर्मेंद्र बैस छत्तीसगढ़ लघु वेतन चतुर्थ वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रवि गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष विष्णु यादव छत्तीसगढ़ लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गोविंद परधान,वरिष्ठ उपप्रांताध्यक्ष मनोज पांडे छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत पटेल आशीष रंगारी भुवनेश्वर पटेल प्रमोद पटेल भुवन पटेल घनश्याम पटेल राजेंद्र चौरसिया छत्तीसगढ़ राजस्व पटवारी संघ के अध्यक्ष भागवत कश्यप ,पूर्व अध्यक्ष रामनिवास पटेल,छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय महामंत्री नारायण प्रसाद त्रिवेदी,अध्यक्ष लंबोदर पटेल,छत्तीसगढ़ अभियंता संघ के आर डी पटेल, डीडी पटेल,छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जितेंद्र ठाकुर ,सचिव दीनबंधु प्रधान,छत्तीसगढ़ राजस्व निरीक्षक संघ के अध्यक्ष रूपलाल सिदार,सचिव मनोज कुमार पटेल छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ के अध्यक्ष नरेंद्र पर्वत,छत्तीसगढ़ वाहन चालक संघ के अध्यक्ष राम कुमार चौहान,छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ के सचिव डॉक्टर पूरन पटेल,छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के सचिव मनोज राय छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य संयोजक संघ के अध्यक्ष कार्तिक राम चौहान,छत्तीसगढ़ ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ के अध्यक्ष आईसी मालाकार, छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के अध्यक्ष राज कमल पटेल सौरभ पटेल विकास सिन्हा शिक्षक फेडरेशन से रमेश पटेल राहुल डनसेना छत्तीसगढ़ स्वायत्त संस्थान कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अनिल बाजपाई छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी संघ के अध्यक्ष इमरान आलम खान आदि कर्मचारी नेताओं सहित सैकड़ों कर्मचारियों अधिकारियों की उपस्थिति रही. कार्यक्रम का संचालन कार्यकारी संयोजक शेख कलीमुल्लाह तथा आशीष रंगारी द्वारा किया गया तथा सभी कर्मचारियों अधिकारियों का आभार अनिल यादव सचिव कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा किया गया.